भारत में कोरोना के मामलों में फिर तेजी, सक्रिय मरीजों की संख्या 5,000 के पार
नई दिल्ली: भारत में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। शुक्रवार को देशभर में सक्रिय मरीजों की संख्या 5,364 तक पहुंच गई है। बीते 24 घंटों के भीतर देश में 498 नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं और चार लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य सरकारें अलर्ट मोड पर आ गई हैं।
केंद्र ने की मॉक ड्रिल की तैयारी, राज्यों को सतर्कता के निर्देश
कोविड की संभावित लहर से पहले केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सुविधाओं की समीक्षा और आपात तैयारियों की मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। राज्यों को ऑक्सीजन सप्लाई, वेंटिलेटर, आइसोलेशन बेड और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है। साथ ही, भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क और सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
राज्यवार स्थिति: केरल सबसे अधिक प्रभावित
केरल में सबसे अधिक 192 नए मामले सामने आए हैं। राज्य में संक्रमण दर में लगातार वृद्धि देखी जा रही है।
गुजरात में 107 नए केस दर्ज हुए हैं।
पश्चिम बंगाल में 58 मरीजों की पुष्टि हुई है।
दिल्ली में 30 नए मामले सामने आए हैं, जिससे यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 592 हो गई है।
दिल्ली में इस साल 1 जनवरी से अब तक कोरोना के कारण 7 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि गुरुवार को कोई नई मृत्यु दर्ज नहीं की गई।
महाराष्ट्र में 114 नए केस, एक और मौत
महाराष्ट्र में कोरोना के 114 नए मामले सामने आए हैं। राज्य में जनवरी 2025 से अब तक कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 1,276 हो चुकी है। कोरोना से अब तक 18 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें एक मौत बीते 24 घंटे में दर्ज की गई है।
फिर बढ़ रही चिंता, लेकिन घबराने की नहीं सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा स्थिति पर नजर बनाए रखना जरूरी है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे फ्लू जैसे लक्षणों पर नजर रखें, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें, हाथों की सफाई बनाए रखें और आवश्यकता पड़ने पर RT-PCR जांच जरूर कराएं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की अपील
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिकों से अपील की है कि वे सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें, विशेष रूप से बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। राज्य सरकारों को भी अपने-अपने स्तर पर निगरानी बढ़ाने और इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है।