सागर। जिले के बीना थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम बारधा में सरपंच की प्रताड़ना से तंग आकर एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। पति की मौत के बाद न्याय की गुहार लगाते हुए मंगलवार को मृतक की पत्नी अपने बेटों के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंची। उन्होंने अधिकारियों से सरपंच और उसके साथियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
50 हजार रुपये उधार दिए, मांगने पर हुई मारपीट
ग्राम बारधा की निवासी मीरा साहू ने अपने बेटों सुमित साहू और श्रीराम साहू के साथ कलेक्टर को एक लिखित शिकायत दी। शिकायत में उन्होंने बताया कि उनके पति श्रीराम साहू ने गांव के सरपंच रामनरेश राजपूत को 50 हजार रुपये उधार दिए थे। जब उनके पति ने पैसे वापस मांगे, तो 30 जुलाई को सरपंच रामनरेश राजपूत और उसके साथियों ने उनके पति और बेटे सुमित के साथ मारपीट की। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद है, जिसके फुटेज पुलिस को भी दिए गए हैं।
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई, दबाव में है परिवार
मीरा साहू के अनुसार, इस घटना की शिकायत उन्होंने बीना पुलिस थाने में की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस बात से आहत होकर उनके पति श्रीराम साहू ने अगले ही दिन 31 जुलाई को आत्महत्या कर ली। मौके पर एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें पूरी घटना का जिक्र था। सुसाइड नोट में स्पष्ट रूप से सरपंच रामनरेश राजपूत और उसके साथियों की प्रताड़ना का उल्लेख किया गया था।
मीरा साहू का आरोप है कि आत्महत्या जैसे गंभीर मामले के बावजूद पुलिस ने अब तक सरपंच पर कोई कार्रवाई नहीं की है। वहीं, सरपंच रामनरेश राजपूत लगातार उन पर मामले को रफा-दफा करने के लिए राजीनामा करने का दबाव बना रहा है।
झूठे केस दर्ज कर फंसाया जा रहा है।
पीड़ित परिवार ने बताया कि सरपंच ने राजीनामा का दबाव बनाने के लिए उनके बड़े बेटे के लड़के जगदीश साहू और पड़ोसी नारायण कुशवाहा पर झूठा मारपीट का मुकदमा दर्ज करा दिया है। मीरा साहू ने प्रशासन से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि उनके पति और परिवार को न्याय मिल सके।
यह मामला अब कलेक्टर कार्यालय पहुंच गया है और अधिकारी इस पर ध्यान देने का आश्वासन दिया है। अब देखना यह होगा कि पीड़ित परिवार को कब तक न्याय मिल पाता है।
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