बंडा के बिजरी गांव हत्याकांड में नया मोड़ : आरोपियों की पत्नियां पहुंचीं एसपी ऑफिस, बोलीं- निर्दोष पतियों को झूठा फंसाया गया
सागर। बंडा थाना क्षेत्र के बिजरी गांव में हुए बहुचर्चित हत्याकांड मामले में गुरुवार को नया मोड़ सामने आया। घटना में आरोपी बनाए गए 13 लोगों की पत्नियां दोपहर एक बजे सामूहिक रूप से सागर एसपी ऑफिस पहुंचीं और पुलिस अधीक्षक को लिखित आवेदन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
गौरतलब है कि बिजरी गांव में लोधी समाज के दो परिवारों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। 29 अगस्त को यह विवाद इतना बढ़ा कि भागीरथ लोधी और उनके बेटे रामकुमार की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। इस मामले में मृतकों के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने 19 आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया था।
पत्नियों का पक्ष
गुरुवार को एसपी ऑफिस पहुंचीं अनीता पति पुष्पेंद्र लोधी, भागबाई पति मोती लोधी, नीतू पति लखन लोधी, ममता पति कुंजन लोधी समेत 13 महिलाओं ने आरोप लगाया कि उनके पतियों को झूठा फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि घटना के समय उनके पति मौके पर मौजूद नहीं थे, बावजूद इसके पुलिस ने उन्हें आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया।
महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि घटना के बाद मृतक पक्ष के लोगों ने उनके घरों और खेतों में तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया है। डर और दहशत के माहौल के कारण वे अपने घरों में भी नहीं रह पा रही हैं। स्थिति यह है कि घरों में बंधे मवेशियों को चारा-पानी तक नहीं मिल पा रहा, जिससे उनके भूख से मरने की नौबत आ गई है।
परिवारों की पीड़ा
महिलाओं ने बताया कि उनका लगभग 20 घरों का बड़ा परिवार है, जिसमें करीब 100 सदस्य अलग-अलग मकानों में रहते हैं। इसके बावजूद मृतक के परिजनों ने एफआईआर में पूरे परिवार के नाम शामिल करा दिए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे निर्दोष लोगों को जेल में डालना न्याय संगत नहीं है।
महिलाओं की मांग
सभी 13 महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक से निवेदन किया कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और सिर्फ उन्हीं लोगों पर कार्रवाई हो जो वास्तव में घटना में शामिल थे। उन्होंने भरोसा जताया कि निष्पक्ष जांच होने पर सच्चाई सामने आएगी और निर्दोषों को राहत मिलेगी।