सागर जिले से गुजरने वाले नेशनल हाईवे-44 पर रविवार का दिन हादसों से भरा रहा। सुबह से दोपहर तक हाईवे पर तीन अलग-अलग जगहों पर सड़क दुर्घटनाएँ हुईं। इनमें दो बड़े वाहन (ट्रक और कंटेनर) पलट गए, जबकि एक बाइक अनियंत्रित होकर सड़क पर गिर गई। हादसों से जहां यातायात प्रभावित हुआ, वहीं गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई।
सुबह का हादसा: कंटेनर पलटने से हाईवे पर जाम
रविवार सुबह करीब 9 बजे रिछोड़ा गांव के पास हाईवे पर एक कंटेनर अनियंत्रित होकर बीच सड़क पर पलट गया। हादसे के कारण हाईवे का एक तरफ का आवागमन बंद हो गया और करीब एक घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। सूचना मिलने पर हाईवे पेट्रोलिंग टीम और एंबुलेंस मौके पर पहुंची। राहत की बात रही कि कंटेनर चालक और क्लीनर दोनों सुरक्षित रहे। बाद में क्रेन की मदद से कंटेनर को हटाकर यातायात बहाल किया गया।
दोपहर का पहला हादसा: बाइक स्लिप होकर घायल
इसी हाईवे पर रिछोड़ा गांव के पास दोपहर 2 बजे ग्राम बरखेड़ा निवासी अर्जुन पटेल अपनी बाइक (एमपी 15 एनएच 5840) से सागर जा रहे थे। अचानक बाइक स्लिप हो गई और वे सड़क पर गिरकर घायल हो गए। हाईवे एंबुलेंस और पेट्रोलिंग टीम ने मौके पर पहुंचकर अर्जुन को अस्पताल पहुंचाया। हादसे में उनकी मोटरसाइकिल भी क्षतिग्रस्त हो गई।
दोपहर का दूसरा हादसा : ट्रक पलटा
इसके कुछ देर बाद बाछलोन तिगड्डा के पास दोपहर 2:30 बजे एक ट्रक (एमपी 07 जेडएम 4210) अनियंत्रित होकर पलट गया। ट्रक सागर से मालथोन की ओर जा रहा था। हादसे में चालक अजमेर सिंह रावत (निवासी डबरा, ग्वालियर) बाल-बाल बच गए और उन्हें सकुशल बाहर निकाला गया। क्रेन की मदद से ट्रक को सीधा कर सड़क किनारे किया गया ताकि यातायात प्रभावित न हो।
पुलिस और हाईवे टीम की तत्परता
तीनों ही घटनाओं की जानकारी मिलते ही हाईवे पेट्रोलिंग टीम, एंबुलेंस और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। समय रहते राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए, जिससे किसी भी बड़ी अनहोनी को टाला जा सका।
एक ही दिन में नेशनल हाईवे-44 पर हुए तीन हादसों ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि तेज रफ्तार और लापरवाही कैसे सड़क सुरक्षा के लिए खतरा बनी हुई है। गनीमत रही कि इन सभी दुर्घटनाओं में किसी की जान नहीं गई।