सागर शहर के प्रसिद्ध गणेशपुरम कॉलोनी में चोरी की बड़ी वारदात सामने आई है। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सिरोंजा इलाके की यह घटना स्थानीय निवासियों में दहशत का कारण बनी हुई है। बताया जा रहा है कि फॉरेस्ट विभाग में कार्यरत वनपाल प्रकाश दुबे के घर पर चोरों ने उस समय धावा बोला जब परिवार अपने पैतृक गांव पाटन, जबलपुर गया हुआ था।
प्रकाश दुबे ने पुलिस को बताया कि शनिवार शाम 7:30 बजे जब वे वापस घर लौटे, तो मुख्य गेट और अंदर का ताला टूटा मिला। घर में सामान बिखरा पड़ा था, और सूटकेस में रखे 26 हजार रुपये नकद, एक जोड़ी चांदी की पायल, दो जोड़ी चांदी की बिछिया, एक सोने की लोंग, 12 सोने की परत चढ़ी माला और पांच चांदी की चूड़ियाँ गायब थीं। यह मामला सागर के गणेशपुरम कॉलोनी तथा सिविल लाइन थाना क्षेत्र में लगातार बढ़ती चोरी की घटनाओं की ओर संकेत करता है।
चोरी की खबर पाकर सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की टीम ने भी पहुंचकर जरूरी साक्ष्य संग्रह किए। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश तेजी से जारी है। इस घटना के बाद “सागर गणेशपुरम चोरी”, “सिविल लाइन थाना अपराध” और “वनपाल के घर पर चोरी” जैसे लोकल कीवर्ड लगातार सुर्खियों में हैं।
गणेशपुरम कॉलोनी और सिविल लाइन थाना क्षेत्र में इस तरह की घटनाएँ लोगों की सुरक्षा को लेकर सवालिया निशान खड़े कर रही हैं। प्रशासन का कहना है कि दोषियों की जल्द गिरफ़्तारी के लिए कड़ी निगरानी और सतर्कता बरती जा रही है। स्थानीय निवासियों को सलाह दी गई है कि वे अपने घरों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें और संदिग्ध गतिविधि होने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें।
हमारे बारे में
योगेश दत्त तिवारी पिछले 20 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं और मीडिया की दुनिया में एक विश्वसनीय और सशक्त आवाज के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। अपने समर्पण, निष्पक्षता और जनहित के प्रति प्रतिबद्धता के चलते उन्होंने पत्रकारिता में एक मजबूत स्थान बनाया है।
पिछले 15 वर्षों से वे प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र 'देशबंधु' में संपादक के रूप में कार्यरत हैं। इस भूमिका में रहते हुए उन्होंने समाज के ज्वलंत मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है और पत्रकारिता के उच्चतम मानकों को बनाए रखा है। उनकी लेखनी न सिर्फ तथ्यपरक होती है, बल्कि सामाजिक चेतना को भी जागृत करती है।
योगेश दत्त तिवारी का उद्देश्य सच्ची, निष्पक्ष और जनहितकारी पत्रकारिता को बढ़ावा देना है। उन्होंने हमेशा युवाओं को जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रेरित किया है और पत्रकारिता को सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि समाज सेवा का माध्यम माना है।
उनकी संपादकीय दृष्टि, विश्लेषणात्मक क्षमता और निर्भीक पत्रकारिता समाज के लिए प्रेरणास्रोत रही है।