Sagar news : महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर मध्यप्रदेश शासन के निर्देश पर सागर केंद्रीय जेल और खुली जेल से आजीवन कारावास की सजा काट रहे 18 बंदियों को गुरुवार सुबह 11:00 रिहा किया गया। इनमें 14 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल हैं। रिहाई, राज्य शासन की विशेष माफी नीति के तहत की जाएगी, जिसमें गंभीर अपराधों जैसे बलात्कार और पॉक्सो एक्ट से जुड़े मामलों में सजायाफ्ता बंदियों को माफी नहीं दी जाती।
रिहा किए गए बंदियों को जेल में रहने के दौरान टेलरिंग, कारपेंटरी, लौह कारी, भवन मिस्त्री और निर्माण सामग्री निर्माण जैसे व्यवसायिक प्रशिक्षण दिए गए थे। इसका उद्देश्य यह था कि वे बाहर जाकर सम्मानपूर्वक जीवन जी सकें और जीविका कमा सकें।
सागर केंद्रीय जेल के अधीक्षक मानेन्द्र सिंह परिहार ने बंदियों से पुनः अपराध न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जेल में अर्जित कौशल का उपयोग वे अपने परिवार के जीवन स्तर को सुधारने और समाज के निर्माण में करें।
शासन की रिहाई नीति में आवश्यक संशोधन किया गया है और अब आजीवन कारावास से दंडित बंदियों को वर्ष में 5 अवसरों पर रिहा किया जाएगा। पूर्व में गणतंत्र दिवस, अंबेडकर जयंती, स्वतंत्रता दिवस और महात्मा गांधी जयंती पर बंदी रिहा किए जाते थे। लेकिन अब राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस (15 नवंबर) को भी आजीवन कारावास से दंडित बंदियों को पात्रतानुसार रिहा किया जाएगा।
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