सागर। जिले के देवरी विकासखंड के ग्राम पड़रई खुर्द में सोमवार को एक महिला और एक बच्चे की संदिग्ध मौत के बाद ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। गांव में 11 से अधिक लोग अचानक बीमार पड़ गए हैं। सभी को उल्टी-दस्त और पेट दर्द की शिकायत के बाद देवरी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां फिलहाल उनकी हालत सामान्य बताई जा रही है।
पानी से फैलने की आशंका, स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची
घटना की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सभी बीमार लोगों की जांच शुरू की। टीम ने गांव के नलकूपों और कुओं के पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेज दिए हैं।
हालांकि अब तक महिला और बच्चे की मौत के सटीक कारण का खुलासा नहीं हो सका है।
महिला और बच्चे की मौत, कई अस्पताल में भर्ती
सूत्रों के अनुसार, ग्राम पड़रई खुर्द की निवासी मनीषा यादव (30 वर्ष) और कृष्णा यादव (5 वर्ष) की तबीयत अचानक बिगड़ने से मौत हो गई।
वहीं गांव के अन्य कई लोग — सूरत सिंह यादव (38), काजल यादव (5), कार्तिक पूरन यादव (3), नीलेश (15), हुकुम यादव (95), लक्ष्मी यादव (25), कल्पना यादव (25) समेत अन्य ग्रामीण बीमार पड़े, जिन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों के अनुसार अब सभी की स्थिति नियंत्रण में है।
संभावित कारण,दूसरे गांव में पीया गया दूषित पानी
मरीजों ने बताया कि वे रविवार को मजदूरी करने दूसरे गांव गए थे, जहाँ उन्होंने खेत के कुएं का पानी पिया था। घर लौटने के बाद सभी की तबीयत अचानक खराब हो गई।
डॉक्टरों का मानना है कि मामला पानीजनित संक्रमण (Waterborne Infection) से जुड़ा हो सकता है।
कलेक्टर ने दिए सख्त निर्देश
घटना की जानकारी मिलने पर कलेक्टर संदीप जी.आर. ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को तत्काल निर्देश दिए कि गांव में लगातार स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएं और हर ग्रामीण की जांच की जाए।
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और जरूरत पड़ने पर मरीजों को जिला चिकित्सालय या बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भेजकर पूर्ण इलाज कराया जाए।
सीएमएचओ ने दी जानकारी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. ममता तिमोरी ने बताया कि सूचना मिलते ही डॉक्टरों और पैरामेडिकल टीम को गांव भेजा गया।
टीम ने सभी ग्रामीणों की जांच कर जरूरी दवाएं वितरित कीं। उन्होंने बताया कि फिलहाल गांव की स्थिति नियंत्रण में और सामान्य है।
जांच जारी, सतर्कता की अपील
स्वास्थ्य विभाग अब पानी के सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है ताकि मौत और बीमारी के वास्तविक कारणों का पता चल सके।
अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि उबला या फिल्टर किया हुआ पानी ही पिएं और किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।








