बीना। ढाई साल पहले बीना रेलवे स्टेशन से रहस्यमय तरीके से गायब हुई एक नाबालिग किशोरी को आखिरकार जीआरपी ने खोज निकाला। पुलिस ने लड़की को उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले से सुरक्षित बरामद कर उसके परिवार के हवाले कर दिया। यह कार्रवाई ऑपरेशन मुस्कान के तहत की गई, जो लापता बच्चों की खोज के लिए चलाया जाने वाला विशेष अभियान है।
कैसे गायब हुई थी नाबालिग ? सफर के दौरान हुई थी घटना
यह मामला 24 जून 2023 का है। शिकायतकर्ता अपने परिवार के साथ बागेश्वर धाम से गंजबासौदा लौट रहा था। देर रात तक यात्रा करने के बाद पूरा परिवार बीना रेलवे स्टेशन परिसर के मुसाफिर खाने के बाहर सो गया था।
रात लगभग 3 बजे, जब पिता की नींद खुली, तो उन्होंने देखा कि उनकी 15 वर्षीय बेटी (परिवर्तित नाम रोशनी) वहां नहीं थी। परिवार ने स्टेशन परिसर और आसपास के क्षेत्रों में खोजबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला।
पिता को आशंका थी कि कोई अज्ञात व्यक्ति लड़की को बहला-फुसलाकर ले गया है। इसी आधार पर जीआरपी बीना में गुमशुदगी और अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू हुई।
ढाई साल बाद मिला सुराग, तकनीकी इनपुट से पहुंची पुलिस
लंबे समय तक कोई सफलता न मिलने के बाद भी पुलिस लगातार केस पर काम कर रही थी। हाल ही में साइबर टीम और तकनीकी इनपुट के जरिए एक महत्वपूर्ण जानकारी मिली नाबालिग ललितपुर जिले के जखौरा थाना क्षेत्र के सिरोन खुर्द गांव में मौजूद है।
इसके बाद जीआरपी बीना की टीम वहां पहुंची और मौके से लड़की को सकुशल बरामद कर लिया।
परिवार को सौंपते समय भावुक हुए परिजन
किशोरी को बीना लाकर कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गईं और फिर उसे परिवार के सुपुर्द कर दिया गया। ढाई साल बाद अपनी बेटी को वापस पाकर परिवार भावुक हो उठा।








