MP : सुबह तड़के छह बजे शुरू हुई संयुक्त तलाशी में घर, फार्म हाउस और गोदाम से नकदी, सोना-चांदी, वाहन और दस्तावेज जब्त ,वेतन के मुकाबले 291% अधिक संपत्ति मिलने का दावा
(MP)धार। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति लाबरिया के प्रबंधक गोवर्धन मारू पटेल पर लोकायुक्त की कार्रवाई ने जिले में हलचल मचा दी। बुधवार तड़के, लोकायुक्त इंदौर की टीम ने लाबरिया में स्थित उनके आवास, फार्म हाउस और निजी गोदामों पर एक साथ दबिश देकर करीब 4.69 करोड़ रुपये की चल–अचल संपत्ति का पता लगाया। दल की कार्रवाई सुबह 6 बजे प्रारंभ हुई और दोपहर तक जारी रही।
तलाशी टीम ने आवास से लेकर खेत तथा किराए पर दिए मकान तक हर स्थान की जाँच की। छापे के दौरान कई महत्वपूर्ण कागजात, आभूषण, वाहन और कृषि उपकरण बरामद किए गए। जांच के बाद लोकायुक्त ने मामले में प्रकरण दर्ज कर लिया है।
सोना–चांदी, नकदी और वाहन मिले
लोकायुक्त की प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार सरदारपुर–बदनावर रोड स्थित आवास से टीम को
₹2,04,115 नकद
145 ग्राम सोना (कीमत ₹15,52,550)
1 किलो 230 ग्राम चांदी
फर्नीचर, मोबाइल, एसी सहित कुल ₹16,98,500 मूल्य की सामग्री मिली है। इसके अलावा दो मंजिला संपत्ति, जमीन के दस्तावेज, आठ बैंक खातों की जानकारी, बीमा पॉलिसियों के कागज, एक एक्सयूवी कार, पार्टनरशिप में हार्वेस्टर मशीन और एक बाइक भी तलाशी में मिले।
291% अनुपातहीन संपत्ति का अनुमान
लोकायुक्त टीम द्वारा की गई आय–व्यय गणना में बताया गया कि,वर्ष 1984 में गोवर्धन मारू पटेल को सेल्समैन के रूप में 300 रुपये मासिक वेतन पर नियुक्त किया गया था।वर्तमान में उनका मासिक वेतन लगभग 65,000 रुपये है। अब तक उनकी अनुमानित वेतन–भत्ता आय करीब 80 लाख रुपये तथा पैतृक कृषि भूमि से लगभग 40 लाख रुपये की आय जोड़कर कुल वैध आय लगभग 1.20 करोड़ रुपये बनती है।
वहीं तलाशी में कुल 4,69,88,077 रुपये मूल्य की संपत्ति मिली, जो लगभग 291% अधिक मानी जा रही है।
जांच टीम अब सभी दस्तावेजों और बरामद संपत्तियों का विस्तृत मूल्यांकन कर रही है। अगला चरण पूरा होने के बाद आरोपित की जिम्मेदारियों और भूमिका को लेकर पूछताछ शुरू की जाएगी। मामला फिलहाल लोकायुक्त के अधीन जांच में है।








