रहली ( सागर ): शनिवार की रात रहली थाना क्षेत्र के जंगल में गश्त कर रही वन विभाग की टीम पर कुछ बदमाशों ने योजनाबद्ध हमला कर दिया। इस घटना में वनपाल के साथ मारपीट की गई, स्टाफ को लाठियों से पीटा गया और सरकारी वाहन में तोड़फोड़ की गई। वन विभाग और पुलिस ने इसे गंभीर “रहली जंगल हमला” मानते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है ।
घटना का पूरा विवरण
सागर जिले के बलेह वन चौकी के वनपाल अरुण बागरी, अपने सहयोगी चालक गोविंद पटेल, सुरक्षा श्रमिक आशीष राय और हल्लेभाई अहिरवार के साथ शुक्रवार की रात करीब 10 बजे शासकीय वाहन में गश्त पर निकले थे। वे छेवला पेट्रोलिंग कैंप के पास रुके ही थे कि ग्राम गुड़ा कलां के अंशुमान भटेले, सुराज खान समेत करीब 10 अन्य लोग बाइकों पर मुंह बांधकर पहुंचे। इन बदमाशों ने 11 सितंबर को की गई बाइक जब्ती को लेकर पहले गाली-गलौज की और फिर जब विरोध हुआ, तो वनपाल की कॉलर पकड़कर थप्पड़ तथा झूमाझटकी की।
उसी समय अन्य हमलावरों ने लाठियों से वन स्टाफ पर हमला शुरू कर दिया। सुरक्षा श्रमिक आशीष, गोविंद और हल्लेभाई को भी बेरहमी से पीटा गया। मारपीट के बाद आरोपियों ने सरकारी वाहन में तोड़फोड़ की जिससे वन स्टाफ और वनपाल को कई चोटें आईं ।
वन विभाग व पुलिस की कार्रवाई
हमले की जानकारी मिलते ही वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। शनिवार को पीड़ित वनपाल ने रहली थाने जाकर घटना की शिकायत की। पुलिस ने अंशुमान भटेले, सुराज खान और अन्य 10 लोगों के खिलाफ नामजद मारपीट, सरकारी कार्य में बाधा और तोड़फोड़ का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपियों की सक्रिय तलाश में जुटी है और जांच तेजी से चल रही है ।
मध्य प्रदेश में बढ़ती वन विभाग की चुनौतियां
“वनपाल पर हमला” और “वन विभाग हिंसा” जैसी घटनाएं मध्य प्रदेश के जंगलों में पिछले कई वर्षों में बढ़ती देखी गई हैं। वन रक्षक और उनके स्टाफ जंगल की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए लगातार जोखिम उठाते हैं, लेकिन कई बार अवैध गतिविधियों में शामिल लोग हिंसक तरीके से हमला कर बैठते हैं। पुलिस ऐसे मामलों में तेजी से एक्शन ले रही है ताकि वन कर्मचारियों की सुरक्षा व कानून का सम्मान बना रहे ।
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