सागर। जिले में चल रहे एसआईआर सर्वे में सुस्ती और लापरवाही बरतने वाले बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। कलेक्टर के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद कई बीएलओ अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी से नहीं कर रहे थे, जिससे सर्वे की प्रगति प्रभावित हो रही थी। इसी को देखते हुए बंडा विधानसभा क्षेत्र के 17 बीएलओ को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
कलेक्टर के निर्देशों के बाद बढ़ी सख्ती
अनुविभागीय अधिकारी एवं निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 042 बंडा रवीश श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में चल रहे एसआईआर सर्वे की प्रगति अपेक्षानुसार नहीं है। कई बूथ लेवल अधिकारियों ने अपने दायित्वों के प्रति उदासीनता दिखाई है। कलेक्टर के आदेशों के बावजूद इन अधिकारियों ने सर्वे कार्यों में रुचि नहीं दिखाई, जिसके चलते क्षेत्र में मतदाता सूची पुनरीक्षण की गति धीमी पड़ी।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम श्रीवास्तव ने इन सभी अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और निर्देश दिए हैं कि निर्धारित समय सीमा में संतोषजनक जवाब न देने पर उनके खिलाफ कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
इन अधिकारियों को मिला नोटिस
नोटिस प्राप्त करने वाले अधिकारियों में शामिल हैं —
हीरेन्द्र सिंह (सचिव, पिडरूआ, बूथ 13),
कमल सिंह गौंड (शिक्षक, रोडा, बूथ 20),
रामरक्षपाल यादव (रोजगार सहायक, बिल्हनी, बूथ 40),
विनोद अहिरवार (शिक्षक, राखसी, बूथ 42),
मदन मोहन पटैल (शिक्षक, चंदौख, बूथ 77),
रमाकांत गौतम (शिक्षक, बेरखेरी, बूथ 88),
रामकुमार नांगवशी (शिक्षक, भडराना, बूथ 95),
हनमत सिंह (रोजगार सहायक, झागरी, बूथ 98),
प्रदीप अहिरवार (शिक्षक, बंडा, बूथ 139),
अशोक विश्वकर्मा (शिक्षक, बंडा, बूथ 144),
बसंत कुमार रैकवार (विभागीय कर्मचारी, बंडा, बूथ 147),
गोविंद सिंह ठाकुर (शिक्षक, बंडा, बूथ 148),
महेन्द्र कुमार जाटव (शिक्षक, बंडा, बूथ 149),
सुनील प्रजापति (शिक्षक, बंडा, बूथ 154),
नीरज रैकवार (विभागीय कर्मचारी, बंडा, बूथ 158),
दिनेश रैकवार (विभागीय कर्मचारी, बंडा, बूथ 159),
और किरन जाटव (रोजगार सहायक, गडर, बूथ 75)।
मतदाता सूची अद्यतन प्रक्रिया में बाधा
प्रशासन के अनुसार, एसआईआर सर्वे का उद्देश्य क्षेत्रवार मतदाता सूची को अद्यतन और सटीक बनाना है। यह कार्य बूथ लेवल अधिकारियों की जिम्मेदारी होती है, जो मतदाताओं की जानकारी एकत्र कर उसे रिकॉर्ड में दर्ज करते हैं। लेकिन, कुछ बीएलओ की लापरवाही से यह प्रक्रिया प्रभावित हो रही थी, जिसके चलते जिले में सर्वे की प्रगति अन्य क्षेत्रों की तुलना में पीछे रह गई।
प्रशासन का संदेश: लापरवाही बर्दाश्त नहीं
एसडीएम रवीश श्रीवास्तव ने कहा कि निर्वाचन संबंधी कार्यों में लापरवाही को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सभी अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि अब भी किसी ने अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ा तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।








