मजहबी जुलूस में लगे विवादित नारे, हिंदू संगठनों ने जताई आपत्ति कोतवाली थाने में शिकायत, पुलिस ने शुरू की जांच
सागर। शहर में ईद मिलाद-उन-नबी के अवसर पर गुरुवार शाम निकाले गए जुलूस में विवादित नारेबाजी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें जुलूस के दौरान कुछ लोगों द्वारा “गुस्ताख-ए-रसूल की एक ही सजा, सर तन से जुदा…” जैसे भड़काऊ नारे लगाए गए। इस वीडियो के सामने आने के बाद हिंदू संगठनों ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है।
हिंदू संगठन ने दर्ज कराई शिकायत
हिंदू जागरण मंच के कार्यकारिणी सदस्य उमेश सराफ शुक्रवार दोपहर करीब 2:30 बजे कोतवाली थाना पहुंचे और विवादित नारेबाजी वाले वीडियो के साथ लिखित शिकायत दी। उन्होंने कहा कि धार्मिक त्योहार आपसी सौहार्द और भाईचारे के साथ मनाए जाते हैं, लेकिन इस तरह के नारे समाज में वैमनस्य फैलाते हैं।उन्होंने प्रशासन से मांग की कि नारेबाजी करने वाले व्यक्तियों की पहचान कर उन पर कड़ी कार्यवाही की जाए।
शिवसेना ने जताई आपत्ति, दी चेतावनी
इस मामले में शिवसेना उपराज्य प्रमुख पप्पू तिवारी ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के त्योहार पर इस तरह के विवादित नारे अस्वीकार्य हैं। बीते दिनों कलेक्टर सभा कक्ष में हुई शांति समिति की बैठक में प्रशासन ने भरोसा दिलाया था कि शांति और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी, लेकिन अब खुलेआम “सर तन से जुदा” जैसे नारे लगाए जा रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि ऐसे अराजक तत्वों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो शिवसेना उग्र प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगी।
पुलिस ने कहा – वीडियो की जांच जारी
मामले में एडिशनल एसपी लोकेश सिन्हा ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को संज्ञान में लिया गया है। जुलूस के दौरान आपत्तिजनक शब्द कहे गए हैं, जिसकी जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
शहर में इस नारेबाजी का मामला धार्मिक और राजनीतिक विवाद का रूप लेता दिखाई दे रहा है। हिंदू संगठनों के साथ-साथ शिवसेना ने भी इस पर आपत्ति जताते हुए विरोध की राह पकड़ ली है। फिलहाल प्रशासन जांच में जुटा है।