सागर : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहगढ़ से मंगलवार शाम एक चौंकाने वाला मामला सामने आया। अस्पताल परिसर में बने शौचालय से नवजात का भ्रूण बरामद होने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। जानकारी के अनुसार यह भ्रूण लगभग पांच से छह माह का था और पूरी तरह विकसित नहीं हो पाया था। अनुमान लगाया जा रहा है कि गर्भपात कराकर उसे लापरवाही से बाथरूम में ही छोड़ दिया गया और संबंधित महिला वहां से निकल गई।
ड्यूटी पर मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों को यह घटना मंगलवार सुबह उस समय पता चली, जब स्टाफ बदलने के बाद सफाई करने गए कर्मचारियों ने बाथरूम में भ्रूण देखा। तत्काल इसकी सूचना अस्पताल के डॉक्टर आयुष्मान असाटी को दी गई। डॉक्टर मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि भ्रूण के अलावा बाथरूम में खून के छींटे और एक लाल रंग की चुनरी भी पड़ी हुई थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉ. असाटी ने तुरंत बीएमओ और पुलिस को जानकारी दी। सूचना मिलते ही पुलिस दल अस्पताल पहुंचा और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने भ्रूण को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही पूरे अस्पताल परिसर और बाहर स्थित मेडिकल दुकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि घटना में शामिल व्यक्ति की पहचान की जा सके।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच कई बिंदुओं पर की जा रही है। अस्पताल स्टाफ से भी पूछताछ की जाएगी ताकि इस घटना की सच्चाई तक पहुंचा जा सके। उनका मानना है कि सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद दोषी का जल्द ही पता चल जाएगा।
वहीं इस पूरे घटनाक्रम में अस्पताल प्रबंधन की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। जब इस संबंध में मीडिया ने सीएमएचओ से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने स्पष्ट जवाब देने से बचते हुए बातचीत बीच में ही समाप्त कर दी।
यह मामला न केवल प्रशासन और पुलिस के लिए चुनौती बन गया है बल्कि स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था और सतर्कता पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।