सऊदी अरब के मदीना के पास उमराह तीर्थयात्रियों की बस हादसे में कई भारतीयों की मौत की खबर ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। इस दुखद घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। सभी वरिष्ठ अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है।
PM मोदी बोले हादसे ने मन व्यथित किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि मदीना में भारतीय नागरिकों के साथ हुई दुर्घटना से वह अत्यंत दुखी हैं। उन्होंने अपने X पोस्ट में लिखा कि रियाद स्थित भारतीय दूतावास और जेद्दा का वाणिज्य दूतावास लगातार संपर्क में हैं और सभी प्रभावितों की सहायता के लिए तत्पर हैं।
मोदी ने मृतकों के परिवारों के प्रति शोक प्रकट करते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अधिकारी सऊदी प्रशासन के साथ मिलकर राहत और सहायता कार्य में जुटे हुए हैं।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा यह बेहद दुखद और सदमे में डालने वाली घटना
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी हादसे को लेकर गहरा सदमा व्यक्त किया। उन्होंने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मदीना में हुए इस दुर्घटना में भारतीय नागरिकों की मृत्यु की खबर अत्यंत दुखद है। जयशंकर ने भरोसा दिलाया कि रियाद स्थित भारतीय दूतावास और जेद्दा में कांसुलेट सभी प्रभावित परिवारों को हर स्तर पर मदद दे रहे हैं।
उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के बेहतर स्वास्थ्य की प्रार्थना की।
तेलंगाना के CM ने केंद्र से संपर्क किया, कई पीड़ित हैदराबाद के
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने भी इस दुर्घटना पर शोक जताया है। शुरुआती रिपोर्टों में यह सामने आया कि मृतकों और घायलों में बड़ी संख्या हैदराबाद के लोगों की है।
राज्य सरकार के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने नई दिल्ली में अधिकारियों से बात की है और निर्देश दिया है कि रियाद स्थित भारतीय दूतावास के साथ लगातार संपर्क बनाए रखते हुए हर महत्वपूर्ण अपडेट हासिल किया जाए।
कैसे हुआ हादसा,डीजल टैंकर से भिड़ी तीर्थयात्रियों की बस
सोमवार तड़के लगभग 1:30 बजे यह हादसा उस समय हुआ जब मक्का से मदीना लौट रही उमराह तीर्थयात्रियों से भरी बस एक डीज़ल टैंकर से टकरा गई।
टक्कर इतनी भीषण थी कि मौके पर ही कम से कम 45 यात्रियों की मौत हो गई, जिनमें कई भारतीय शामिल बताए जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, ज़्यादातर तीर्थयात्री हैदराबाद के थे और दुर्घटना के समय बस में सवार सभी लोग गहरी नींद में थे।
महिलाओं और बच्चों की अधिक संख्या, बचाव अभियान जारी
रिपोर्टों के अनुसार, मृतकों में हैदराबाद की करीब 20 महिलाएँ और 11 बच्चे शामिल हैं। दुर्घटना के बाद तुरंत बचाव कार्य शुरू किया गया। स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे और राहत कार्य में हाथ बंटाया।
घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि गंभीर स्थिति वाले मरीजों के लिए विशेष चिकित्सा सहायता की व्यवस्था की जा रही है।
यह पूरी घटना न सिर्फ पीड़ित परिवारों के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए एक गहरा आघात है। भारतीय दूतावास और स्थानीय प्रशासन राहत एवं सहायता कार्यों में लगातार जुटे हुए हैं, जबकि केंद्र और राज्य सरकारें भी प्रत्येक अपडेट पर नज़र बनाए हुए हैं।








