सागर (मध्य प्रदेश)। जिले के नरयावली क्षेत्र में शुक्रवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। जरुआखेडा़ इलाके में सुबह करीब 6 बजे सीमेंट से भरा एक ट्रक अचानक बेकाबू हो गया और ठाकुर बाबा के पास स्थित गेट नंबर 11 रेलवे फाटक को तोड़ते हुए तीसरी लाइन पर जा फंसा। इस दौरान ट्रक ने रास्ते में खड़े दो वाहनों को भी टक्कर मार दी, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
ट्रेन आने से बचा बड़ा हादसा
सबसे राहत की बात यह रही कि जब ट्रक ने रेलवे फाटक को तोड़ा, उस समय ट्रैक पर कोई ट्रेन नहीं गुजर रही थी। वरना स्थिति बेहद भयावह हो सकती थी और कई जिंदगियां खतरे में पड़ जातीं। हादसे के बाद रेलवे गेट के दोनों ओर लंबा जाम लग गया और लोग घंटों तक फंसे रहे।
तीन घंटे बाद हटाया गया ट्रक
रेल प्रशासन को ट्रक को ट्रैक से हटाने में करीब तीन घंटे तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान न सिर्फ रेलवे का संचालन प्रभावित हुआ बल्कि आसपास का सड़क यातायात भी पूरी तरह ठप रहा। यात्रियों और वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
स्थानीय लोगों में गुस्सा
घटना के बाद मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने नाराज़गी जाहिर की। उन्होंने बताया कि यहां पर पिछले पांच साल से रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है। इसकी वजह से लोगों को हर दिन जाम, खतरे और असुविधा का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते इस पुल का निर्माण पूरा कर दिया जाता, तो ऐसे हादसे बार-बार सामने न आते।
भविष्य को लेकर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से प्रशासन और रेलवे की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक अधूरे प्रोजेक्ट्स की वजह से आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा और जान जोखिम में डालनी होगी। फिलहाल, हादसे की जांच जारी है और ट्रक चालक के खिलाफ कार्रवाई की बात भी सामने आ रही है।
रिपोर्ट जितेंद्र यादव