मध्यप्रदेश : आगर-मालवा में ड्रग्स तस्करी का बड़ा खुलासा: बीजेपी नेता की कार से करोड़ों का मादक पदार्थ बरामद
पुलिस की बड़ी कार्रवाई, फरार मुख्य आरोपी की तलाश जारी
मध्यप्रदेश। आगर-मालवा पुलिस ने शुक्रवार तड़के एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए नशे के अंतरराज्यीय नेटवर्क का पर्दाफाश किया। पुलिस ने दो कारों से भारी मात्रा में मादक पदार्थ, केमिकल और ड्रग बनाने की मशीनरी जब्त की है। बरामद माल की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 5 करोड़ 8 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है।
दो कारों से जब्त हुआ करोड़ों का नशा
पुलिस ने जिन कारों (MP13CE6055 और MP13CD4006) को पकड़ा, उनमें से करीब 9.250 किलो केटामाइन, 6 ग्राम एमडी ड्रग, 12.100 किलो अमोनियम क्लोराइड पाउडर, 35 लीटर आइसोप्रोपाइल अल्कोहल, ड्रग तैयार करने की मशीन और अन्य उपकरण बरामद किए गए। विशेषज्ञों के मुताबिक, 1 किलो केटामाइन से लगभग 10 किलो मेफेड्रोन (एमडी ड्रग) तैयार किया जा सकता है।
बीजेपी नेता की कार से मिला माल
इस मामले का सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि बरामद माल में से एक कार राहुल आंजना नाम के स्थानीय बीजेपी नेता के नाम पर रजिस्टर्ड है। पुलिस ने उसके दो सहयोगियों – ईश्वर मालवीय और दौलत सिंह आंजना – को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है। पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि वे राहुल के इशारे पर पिछले दो सालों से गुजरात, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली और महाराष्ट्र तक नशे की सप्लाई कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि हर ट्रिप के एवज में उन्हें 5,000 रुपए का भुगतान किया जाता था। ड्रग्स को कारों में छिपाकर ले जाया जाता था और मोबाइल फोन का इस्तेमाल पूरी तरह से प्रतिबंधित था। माल को पहले से तय स्थानों पर कार के अंदर बंद करके छोड़ दिया जाता था। बाद में दूसरे साथी आकर गाड़ियों को उठाते थे।
पुलिस की टीम राजस्थान में डटी
मुख्य आरोपी राहुल आंजना अभी फरार है। पुलिस की तीन टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं और राजस्थान व उज्जैन में दबिश भी दी जा चुकी है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही उसकी गिरफ्तारी हो सकती है।
राजनीतिक परिवार से है ताल्लुक
राहुल आंजना का परिवार लंबे समय से राजनीति से जुड़ा रहा है। उसके पिता सेवाराम आंजना बीजेपी के मंडल अध्यक्ष रहे हैं, जबकि मां वर्तमान में थड़ोदा पंचायत की सरपंच हैं। खुद राहुल भी पार्टी संगठन में सक्रिय रहा है और 19 मई 2025 को तनोडिया मंडल उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि राहुल अपने राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल कर सरकारी टेंडर लेता था और ट्यूबवेल मशीन के कारोबार की आड़ में नशे की तस्करी करता था। उसके घर से पुलिस ने संदिग्ध दस्तावेज और पंचायत की सील भी बरामद की है।
पहले भी हो चुके प्रयास
सूत्रों के अनुसार, पुलिस पिछले डेढ़ महीने से राहुल की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी। इससे पहले भी दो बार पुलिस उसे माल सहित पकड़ने के करीब पहुंच चुकी थी। गिरफ्तार आरोपियों में से दौलत सिंह आंजना पर पहले से ही मारपीट के चार मामले दर्ज हैं।
भाजपा से निष्कासन, कांग्रेस ने साधा निशाना
बीजेपी जिला अध्यक्ष ओम मालवीय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए राहुल आंजना को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया है। वहीं, कांग्रेस ने इस मुद्दे पर भाजपा को घेरने की कोशिश शुरू कर दी है। कांग्रेस नेता उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “मध्यप्रदेश नशे का गढ़ बनता जा रहा है और भाजपा नेताओं की संलिप्तता इस बात का सबूत है कि बिना राजनीतिक संरक्षण इतने बड़े पैमाने पर यह धंधा संभव नहीं है।”
हालिया ड्रग बरामदगी से जुड़े मामले
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में बीते कुछ महीनों में नशे के कई बड़े रैकेट पकड़े गए हैं।
16 अगस्त 2025 को भोपाल के पास इस्लाम नगर में डीआरआई ने “ऑपरेशन क्रिस्टल ब्रेक” के तहत एक अवैध फैक्ट्री से 61.2 किलो मेफेड्रोन लिक्विड बरामद किया था, जिसकी कीमत लगभग 92 करोड़ रुपए आंकी गई थी।
इससे पहले अक्टूबर 2024 में बगरोदा गांव की एक फैक्ट्री से गुजरात एटीएस और एनसीबी ने 1814.18 करोड़ रुपए मूल्य का ड्रग्स जब्त किया था।
दर्ज हुई धाराएं
आगर-मालवा पुलिस ने इस पूरे मामले में आरोपियों पर स्वापक औषधि और मनःप्रभावी पदार्थ अधिनियम 1985 की धारा 8 और 22 के तहत केस दर्ज किया है।