जैसीनगर। थाना क्षेत्र के ग्राम जेरा में शनिवार दोपहर एक बड़ा हादसा हो गया, जब मक्का की फसल की थ्रेसिंग करते समय अचानक ट्रैक्टर और थ्रेसर मशीन में आग लग गई। कुछ ही मिनटों में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और पूरा खेत धू-धू कर जल उठा। घटना में हालांकि किसी की जान नहीं गई, लेकिन ट्रैक्टर और थ्रेसर मशीन पूरी तरह जलकर खाक हो गए।
थ्रेसिंग के दौरान भड़की आग, किसानों में मची अफरा-तफरी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ग्राम जेरा में किसान काशीराम लोधी अपने खेत में मक्का की फसल की थ्रेसिंग करवा रहे थे। इसके लिए उन्होंने पास के ही गांव परसिया निवासी रामचरण ठाकुर का ट्रैक्टर और थ्रेसर मशीन किराए पर बुलाया था। थ्रेसिंग के दौरान अचानक ट्रैक्टर के इंजन से धुआं उठने लगा और पलक झपकते ही लपटें फैल गईं।
तेज हवा चलने के कारण आग पहले पास रखी फसल तक पहुंची और फिर वहां से थ्रेसर मशीन में जा लगी। देखते ही देखते आग ने दोनों वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया। किसान और ट्रैक्टर चालक ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई।
मेड के कारण ट्रैक्टर नहीं खींच पाया बाहर
जानकारी के मुताबिक, ट्रैक्टर के इंजन में फैन बेल्ट अधिक गर्म होने के कारण चिंगारी निकली और वहीं से आग फैल गई। जैसे ही किसानों ने आग देखी, रामचरण ने ट्रैक्टर को अलग करने की कोशिश की, लेकिन खेत के किनारे बनी मेड (मेड़) होने के कारण ट्रैक्टर फंसा रह गया। आग इतनी तेजी से फैल रही थी कि किसान चाहकर भी ट्रैक्टर और थ्रेसर को बचा नहीं सके।
थोड़ी ही देर में ट्रैक्टर और मल्टी-थ्रेसर मशीन दोनों पूरी तरह जलकर राख हो गए। आसपास के किसानों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन हवा के तेज बहाव के कारण वे असफल रहे।
करीब 10 लाख रुपए से अधिक का नुकसान
इस हादसे में किसी व्यक्ति को कोई चोट नहीं आई, लेकिन भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। ट्रैक्टर और थ्रेसर मशीन पूरी तरह जलने से करीब 10 लाख रुपये से अधिक की क्षति का अनुमान लगाया जा रहा है।
घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय ग्रामीणों ने जैसे-तैसे आग पर काबू पाने का प्रयास किया। वहीं, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
ग्रामीणों ने की प्रशासन से मदद की मांग
गांव के लोगों ने बताया कि इस तरह की घटनाएं आए दिन सामने आती हैं, लेकिन खेतों में फायर सेफ्टी की कोई पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। किसानों ने प्रशासन से आर्थिक सहायता और सुरक्षा उपायों में सुधार की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे रोके जा सकें।








