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मध्यप्रदेश के शिक्षकों को बड़ा तोहफा, मिलेगा चौथा क्रमोन्नति वेतनमान – सीएम मोहन यादव का ऐलान

मध्यप्रदेश के शिक्षकों को बड़ा ...

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मध्यप्रदेश के शिक्षकों को बड़ा तोहफा, मिलेगा चौथा क्रमोन्नति वेतनमान – सीएम मोहन यादव का ऐलान

भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने शिक्षकों को खुशखबरी दी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को राजधानी में आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में घोषणा की कि प्रदेश के शिक्षकों को अब चौथा क्रमोन्नति वेतनमान मिलेगा। इस फैसले से सरकार पर करीब 117 करोड़ रुपये का अतिरिक्त आर्थिक बोझ आएगा, लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षकों के सम्मान और भविष्य के लिए यह खर्च बोझ नहीं, बल्कि आनंद का विषय है।

सरकारी शिक्षक दे रहे निजी स्कूलों को चुनौती

भोपाल स्थित प्रशासन अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने गर्व जताते हुए कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों के शिक्षक आज सीबीएसई और आईसीएसई जैसे राष्ट्रीय बोर्डों को सीधी टक्कर दे रहे हैं। उनके मार्गदर्शन में सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर की कठिन परीक्षाओं में लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि चौथे क्रमोन्नति वेतनमान का प्रस्ताव जल्द ही कैबिनेट में पेश कर लागू कर दिया जाएगा।

14 उत्कृष्ट शिक्षक सम्मानित

कार्यक्रम के दौरान प्रदेशभर से चुने गए 14 उत्कृष्ट शिक्षकों को शॉल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र और 25 हजार रुपये की सम्मान निधि प्रदान की गई। इसी मौके पर सरकार ने राज्य के 55 लाख छात्रों के खातों में 330 करोड़ रुपये की राशि यूनिफॉर्म वितरण के लिए सीधे ट्रांसफर भी की।

1.5 लाख शिक्षकों को होगा लाभ

सरकार के इस निर्णय का लाभ उन शिक्षकों को मिलेगा, जिन्होंने 1 जुलाई 2023 तक सेवा में 35 वर्ष पूरे कर लिए हैं। ऐसे करीब 1.50 लाख प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक इस योजना से लाभान्वित होंगे। इनमें से कई शिक्षक पदोन्नति की पात्रता पूरी नहीं कर पाए, लेकिन लंबे समय से चौथे समयमान वेतनमान की मांग कर रहे थे। अभी तक यह लाभ केवल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मिल रहा था, शिक्षकों को नहीं।

इन शिक्षकों को मिला सम्मान

प्राथमिक और माध्यमिक श्रेणी से चयनित शिक्षक

गुना: जितेन्द्र शर्मा (प्राथमिक शाला बिसोनिया)

शाजापुर: दिलीप जायसवाल (उ.मा.वि. क्रमांक-2)

सिवनी: दिलीप कटरे (ईपीईएस स्कूल भाटीवाड़ा)

दमोह: श्रीकांत कुर्मी (प्राथमिक शाला बसिया)

खंडवा: श्रद्धा गुप्ता (उ.मा.वि. रुस्तमपुर)

दमोह: मोहन सिंह गौंड (माध्यमिक शाला)

उज्जैन: अपूर्व शर्मा (माध्यमिक शाला चंदेसरा)

अलीराजपुर: धनराज वाणी (माध्यमिक शाला)

उच्चतर माध्यमिक श्रेणी से सम्मानित शिक्षक

धार: राधा शर्मा (उत्कृष्ट उ.मा.वि. बाग)

जबलपुर: डॉ. नरेन्द्र कुमार उरमलिया (शासकीय उ.मा.वि.)

सागर: महेन्द्र कुमार लोधी (ज्ञानोदय स्कूल)

रतलाम: विनीता ओझा (उ.मा.वि. जावरा)

राजगढ़: डॉ. सरिता शर्मा (शासकीय हाई स्कूल)

बालाघाट: सौरभकुमार शर्मा (मॉडल स्कूल बिरसा)

राष्ट्रीय स्तर पर भी बढ़ाया मान

कार्यक्रम में इस वर्ष भारत सरकार से ‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार’ पाने वाले दो शिक्षकों का भी सम्मान किया गया। इनमें दमोह जिले की शीला पटेल (शासकीय प्राथमिक शाला, पथरिया) और आगर-मालवा जिले के भैरूलाल ओसारा (ईपीईएस माध्यमिक शाला, खेरिया) शामिल हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हाल ही में दिल्ली में उन्हें यह सम्मान प्रदान किया था।

इसके अलावा, 2024 में राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले दमोह जिले के माधव प्रसाद पटेल और मंदसौर की सुनीता गोधा को भी राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया। इन्हें स्मृति चिह्न, शॉल-श्रीफल और 5 हजार रुपये की सम्मान निधि दी गई।

शिक्षा मंत्री का संदेश

स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि जिन शिक्षकों को सम्मानित किया गया है, वे अपनी लगन और मेहनत से प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा दे रहे हैं। उनका समर्पण अन्य शिक्षकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

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