सागर। इस बार सागर जिले में बारिश ने लोगों को जमकर भीगने का मौका दिया है। जून की शुरुआत से अब तक जिले में औसतन 484.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज हो चुकी है, जो किसानों के लिए तो राहत की खबर है लेकिन लोगों की आवाजाही पर कुछ इलाकों में ब्रेक जरूर लग गया है।
भू-अभिलेख कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा बारिश राहतगढ़ में हुई है, जहां अभी तक 575.7 मिमी पानी बरस चुका है। इसके अलावा जिले के अलग-अलग इलाकों में भी बादलों ने जमकर मेहरबानी दिखाई है सागर में 422.8 मिमी, जैसीनगर में 385.1 मिमी, बीना में 343.8 मिमी, खुरई में 465.2 मिमी, मालथौन में 416 मिमी, बंडा में 528.2 मिमी, शाहगढ़ में 532.8 मिमी, गढ़ाकोटा में 530.2 मिमी, रहली में 508.8 मिमी, देवरी में 538.2 मिमी और केसली में 567.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। ये आंकड़े साफ बताते हैं कि जिले भर में पानी की कोई कमी नहीं है, लेकिन दिक्कत ये है कि ज्यादा पानी ने कई रास्तों को ही डुबो दिया है।
लगातार हो रही बारिश की वजह से कई जगहों पर सड़कें और पुल-पुलिए जलमग्न हो गए हैं, जिससे गांवों और कस्बों का संपर्क टूटने लगा है। हालात को देखते हुए सागर पुलिस कप्तान विकास कुमार शाहवाल खुद पूरे हालात पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने जिले के सभी राजपत्रित अफसरों और थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि जहां भी जरूरत पड़े, फौरन पुलिस बल तैनात करें और लोगों को सुरक्षित वैकल्पिक रास्तों से निकाले।
बारिश से जिन रास्तों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है, उनमें महाराजपुर क्षेत्र का तरादेही रोड पूरी तरह बंद है। देवरी में झनकू पुल के ऊपर पानी बह रहा है, इसलिए वहां आवाजाही रोक दी गई है। बांदरी में मेहर-दुआ रोड की पुलिया पर पानी चढ़ गया है, लिहाजा रास्ता बंद कर पुलिस पहरा दे रही है। खुरई शहर के विदिशा-पढ़ारी रोड पर भी पानी भर गया है और वहां पुलिस जवान तैनात हैं। बरायठा में बंडा-बरायठा सड़क पर भी जलभराव के चलते ट्रैफिक रोक दिया गया है। इसके अलावा बलेह क्षेत्र के बेरखेड़ी-गढ़ाकोटा रोड और बलेह-सालिया रोड भी पानी के कारण बंद हैं और दोनों जगह पुलिस मौजूद है।
सड़कें बंद होने से लोगों को थोड़ी परेशानी जरूर हो रही है, लेकिन पुलिस ने एहतियातन जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी है और ट्रैफिक को दूसरी तरफ मोड़ा जा रहा है। किसी भी तरह की अनहोनी से बचने के लिए पूरा पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
जिला पुलिस ने लोगों से अपील की है कि बारिश के बीच बेवजह डूबे हुए रास्तों पर न जाएं। कोई भी अफवाह न फैलाएं और प्रशासन की चेतावनी और दिशा-निर्देशों का पालन करें। सागर पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है और जरूरत पड़ने पर राहत-बचाव के इंतजाम भी तैयार हैं।
कुल मिलाकर, इस बार बारिश ने किसानों का मन तो खुश कर दिया है लेकिन सड़कों पर पानी ने लोगों के कदम जरूर रोक दिए हैं। ऐसे में सतर्क रहें। सुरक्षित रहें और जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें यही सबसे बेहतर तरीका है।