सागर : केसली थाना क्षेत्र के वनदेवी माता मंदिर में हुई दानपेटी चोरी की गुत्थी पुलिस ने कुछ ही दिनों में सुलझा ली है। इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी की गई रकम का बड़ा हिस्सा भी बरामद किया गया है।
घटना की शुरुआत 29 जुलाई को हुई, जब केसली वार्ड क्रमांक 14 निवासी 62 वर्षीय भरतलाल तिवारी, जो मंदिर की देखरेख करते हैं, ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि मंदिर की नियमित सफाई के लिए महेश यादव नामक युवक को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। 30 जुलाई की सुबह जब महेश सफाई के लिए मंदिर पहुंचा तो पाया कि दानपेटी का ताला टूटा हुआ है और उसमें रखे करीब ₹10,000 नकद गायब हैं।
मामले को गंभीरता से लेते हुए केसली पुलिस ने तत्काल एफआईआर क्रमांक 207/25 धारा 334(1), 303(2) बीएनएस के तहत केस दर्ज किया और विवेचना शुरू की। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एक विशेष जांच दल का गठन किया गया, जिसने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर तहकीकात तेज कर दी।
जांच के दौरान पुलिस को नरसिंहपुर रेलवे स्टेशन के पास संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिली। यहां से 22 वर्षीय सत्यम विश्वकर्मा, निवासी गोंगावली थाना करेली को हिरासत में लिया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर सत्यम ने कबूल किया कि उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर मंदिर की दानपेटी से रुपये चुराए थे।
सत्यम की निशानदेही पर चार और युवकों को गिरफ्तार किया गया:
अमृत ठाकुर (21), निवासी गोगावली थाना करेली
आदित्य उर्फ आदी ठाकुर (21), निवासी गोगावली टोला थाना करेली
नितेश ठाकुर (21), निवासी गोगावली टोला थाना करेली
विकास मेहरा (18), निवासी भौंरझिर थाना गाडरवारा
इन सभी के पास से चोरी किए गए कुल ₹6,500 नकद और वारदात में इस्तेमाल किया गया टायर लीवर बरामद किया गया है। सभी आरोपियों को 5 अगस्त को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस कार्रवाई में केसली पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई काबिले-तारीफ रही। जांच दल में निरीक्षक हरिराम मानकर सहित टीम के सदस्यों माधव सिंह, कैलाश, दिनेश चौहान, कंछेदी, राहुल, बलराम, रागिनी तिवारी, सौरभ और हेमेंद्र की तकनीकी जांच में महत्वपूर्ण भूमिका रही।