होम देश / विदेश मध्यप्रदेश राजनीति धर्म/अध्यात्म ऑटोमोबाइल सरकारी योजना खेल समाचार
By
On:

सागर में 22 चक्का डंपर पलटा, क्लीनर की मौके पर मौत, ड्राइवर घायल

सागर में 22 चक्का डंपर ...

[post_dates]

Sub Editor

Published on:

whatsapp

सागर में 22 चक्का डंपर पलटा, क्लीनर की मौके पर मौत, ड्राइवर घायल

जैसीनगर/सागर । रविवार और सोमवार की दरमियानी रात जैसेनगर जनपद कार्यालय के सामने एक बड़ा हादसा हो गया। लगभग रात 12:30 बजे एक 22 चक्का डंपर तेज रफ्तार में मोड़ पर अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में डंपर के क्लीनर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गया।

 

हादसे के वक्त पुलिस और डॉक्टर पहुंचे मौके पर

 

हादसा जनपद कार्यालय के बिल्कुल सामने हुआ, जहां पास में ही थाना और अस्पताल स्थित हैं। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और डॉक्टर तत्काल मौके पर पहुंचे। ड्राइवर और क्लीनर केबिन में बुरी तरह फंसे हुए थे। कड़ी मशक्कत के बाद दोनों को डंपर से बाहर निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया।

अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच के बाद क्लीनर सुरेश (पिता सूबेदार सिंह) को मृत घोषित कर दिया। वहीं, ड्राइवर अलवर सिंह का इलाज जारी है।

 

दिन में होता हादसा तो हो सकती थी बड़ी जनहानि

 

स्थानीय लोगों का कहना है कि जनपद कार्यालय के सामने दिन में भारी भीड़-भाड़ रहती है। यदि यह हादसा दिन के समय होता तो बड़ी जनहानि से इनकार नहीं किया जा सकता था।

 

टोल टैक्स बचाने के चक्कर में हादसा

 

जानकारी के अनुसार, यह डंपर गाडरवारा से राखड़ लेकर सिलवानी होते हुए सागर की ओर जा रहा था। ड्राइवर टोल टैक्स बचाने के चक्कर में डंपर को जैसीनगर-भापेल मार्ग से ले जा रहा था। इसी दौरान जनपद कार्यालय के सामने मोड़ पर डंपर अनियंत्रित होकर पलट गया।

 

पहले भी हो चुके हैं हादसे, लेकिन हैवी वाहनों पर रोक नहीं

 

यह मार्ग टोल टैक्स बचाने के लिए भारी वाहनों का पसंदीदा रूट बन चुका है। बड़ी संख्या में रेत से भरे डंपर और अन्य हैवी वाहन उदयपुरा से इसी रास्ते सागर की ओर निकलते हैं। इस मार्ग पर पहले भी कई बड़े हादसे हो चुके हैं।

 

ग्रामीण कर चुके हैं विरोध, मंत्री दे चुके हैं निर्देश

 

स्थानीय ग्रामीणों ने इस खतरनाक स्थिति को देखते हुए कई बार चक्काजाम कर विरोध जताया है। कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत भी इस मार्ग से भारी वाहनों पर रोक लगाने के मौखिक निर्देश स्थानीय प्रशासन को दे चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद हैवी वाहनों की आवाजाही बेरोकटोक जारी है।

 

स्कूलों के चलते बढ़ रही है दुर्घटना की आशंका

 

अब जब स्कूल भी खुल चुके हैं और इस मार्ग पर आधा दर्जन से अधिक स्कूल सड़क किनारे स्थित हैं, ऐसे में तेज रफ्तार भारी वाहनों से बच्चों और आम राहगीरों के लिए खतरा लगातार बना हुआ है।

 

ग्रामीणों की मांग: तत्काल प्रतिबंध लगाएं

 

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मार्ग से हैवी वाहनों के आवागमन पर सख्ती से प्रतिबंध लगाया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों और आमजन सुरक्षित रहें।

Join our WhatsApp Group
Sub Editor

मैं सूरज सेन पिछले 6 साल से पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूं और मैने अलग अलग न्यूज चैनल,ओर न्यूज पोर्टल में काम किया है। खबरों को सही और सरल शब्दों में आपसे साझा करना मेरी विशेषता है।
प्रमुख खबरें
View All
error: RNVLive Content is protected !!