जनपद पंचायत रहली की अबूझ पहेली बनी साधारण सभा की बैठक, 5 माह से नहीं हुई बैठक, अध्यक्ष से नाराज सदस्य, उपाध्यक्ष सहित सदस्यों ने लगाये भ्रष्टाचार, अनिमिताओं के आरोप सागर / रहली। जनपद पंचायत रहली पर एक बार फिर भ्रष्टाचार अनीयताओं व मनमर्जी के आरोप लगाये गये हैं यह आरोप जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष सहित सदस्यों ने लगाये हैं। मंगलवार को करीब 5 माह बाद जनपद पंचायत की बैठक का आयोजन किया गया था लेकिन निर्धारित समय से करीब 1 घंटे पहले बैठक को स्थगित कर दिया गया और जनपद के कर्मचारी द्वारा इसकी सूचना फोन पर सदस्यो की दी गई। लेकिन सूचना में बैठक स्थगित होने का कारण नहीं बताया, सदस्यों द्वारा उपाध्यक्ष से संपर्क किया गया तो उन्होंने भी अनभिज्ञता जाहिर की बैठक स्थगित होने के संबंध में सीईओ आरजी अहिरवार ने बताया की जिला पंचायत अधिकारी के निर्देश पर जबलपुर हाईकोर्ट जाने की बात कही जबकि जिला सीईओ द्वारा बताया गया की बैठक स्थगित करने के पूर्व आदेश जारी करना चाहिये था या अन्य प्रशासनिक प्रतिनिधि की उपस्थिति में पूर्व से निर्धारित बैठक आयोजित की जा सकती थी। सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार अभी तक हुई बैठकों में जनपद सदस्यो द्वारा लगातर अपना विरोध दर्ज कराया हैं लेकिन उनकी मर्जी के विरुद्ध कोरम पूरा कर लिया गया। इस बार कोरम पूरा ना हो पाये इसके लिये अधिकांश सदस्य बाहर चले गये थे जिसकी सूचना जब अध्यक्ष को मिली तो आनन फानन में बैठक स्थगित कर दी गई।
सुबह 11 बजे स्थगित की बैठक, शाम 4 बजे निकाली सूचना
बैठक स्थगित होने का जनपद पंचायत द्वारा लिखित आदेश जारी नहीं किया गया, सभी को मोबाईल पर ही सूचना दी गई अब अबूझ पहेली इसलिये कह सकतें है कि अगर पूर्व में बैठक का समय तय किया गया था और सभी सदस्यों को एजेंडे सहित आदेश जारी किये गये तो स्थगित किये जाने का आदेश क्यों नहीं दिये गये, ओर अगर स्थगित किये जाने का कारण जनपद सीईओ प्रशासनिक कार्य से बाहर जाना था तो क्या जनपद पंचायत में दूसरा कोई अधिकारी कर्मचारि बैठक के लिये अधिकृत नहीं किया जा सकता था। बैठक स्थगित करने का कारण पूछने पर सीईओ अहिरवार ने पहले हाईकोर्ट जाने का हवाला दिया फिर कहा कि जनपद के पीसीओ शुक्ला को बैठक करने को कहा था। शुक्ला से बात करने पर उन्होंने बताया कि केवल स्थगित करने की बात कही गई थी, जनपद सदस्यों व पत्रकारों की हलचल देख आनन-फानन में शाम 4 बजे अधिकृत आदेश जारी किया गया जिसमें अपरिहार्य कारणों का हवाला दिया गया।
उपाध्यक्ष सहित सदस्यो के आरोप
जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष सविता भरत सिंह ने बताया कि दो दिन पहले हमें बैठक की सूचना दी गई थी मंगलवार को बैठक के एक घण्टे पहले स्थगित होने की सूचना फोन पर दी गई। बैठक स्थगित होने का लिखित में आदेश शाम 4 बजे दिया गया। मेरे पास अनेक सदस्यों के फोन आ रहे कि बैठक स्थगित क्यो हुई अनेक ऐसे मुद्दे है जो बैठक में ही रखे जा सकते थे जनपद में लम्बे समय से मनमर्जी, अनिमिताओं, भ्रष्टाचार चल रहा हैं जनपद सदस्यों के हितग्राही मुलक अनेक कार्य बैठक न हो पाने से पेंडिग है। सभी सदस्यों के साथ मिलकर इसकी शिकायत करेंगे। इस पूरे मामले में जब जनपद सदस्यों से बात की तो अधिकतर सदस्यों ने जनपद पंचायत अध्यक्ष की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये वार्ड 17 की सदस्या सुश्री अनीता पटेल ने बताया कि में भोपाल में अपने भाई का इलाज कराने गई थी बैठक स्थगित होने से काफी परेशानी हुई है, में भोपाल से वापिस आ गई, रास्ते में सूचना मिली क्षेत्र में अनेक ऐसे काम है जो बैठक के माध्यम से ही स्वीकृत किया जा सकता है। जनपद में अध्यक्ष पति की मर्जी से सब होता हैं अभी तक सदस्यो को जो राशि दी गई उसमे में भेदभाव किया गया अपने सगे सम्बन्धीयो को लाभ दिया गया हैं। सदस्य सुनीता राजकुमार लोधी वार्ड 5 ने ने बताया की बिना कोई कारण बताये बैठक स्थगित कर दी गई और कोई जवाब भी नहीं दे रहा हैं 4-5 माह से बैठक नहीं हुई बहुत से हितग्राहियो के काम रुके हुये हैं, जनपद में में कुछ ठीक नहीं चल रहा। जनपद सदस्य हम्मीर सिंह वार्ड 8 ने कहा कि यहां कोई जवाब देने वाला नहीं हैं सीईओ फोन नहीं उठाते, अध्यक्ष को फोन लगाओ तो पति से बात होती हैं हितग्राही भटक रहें हैं और अब तो हम सदस्यो की भी यही स्तिथि हैं निरंकुस्ता बढ़ती जा रही हैं। वार्ड 25 से सदस्य रचना देवेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया की जनपद में अध्यक्ष निर्वाचन के बाद से ही भ्रष्टाचार अनिमित्तायें बढ़ गई हैं पूरे क्षेत्र के लोग परेशान हैं, मेरे जनपद क्षेत्र में अभी तक किसी भी प्रकार की राशि नहीं दी गई बैठक में भी बोलने का मौका ही नहीं मिलता अध्यक्ष पति की मर्जी से प्रस्तव पारित हो जाते हैं।
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