भोपाल। मध्यप्रदेश की सियासत में एक बार फिर पुरानी बातों को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बीच चल रही तकरार पर अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। सोमवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पटवारी ने कहा कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ का रिश्ता भाईयों जैसा है। दोनों के बीच पिछले 45 वर्षों से गहरी समझ और आपसी विश्वास है, जिसे सामान्य लोग आसानी से नहीं समझ सकते। उन्होंने साफ कहा कि हमें अतीत पर नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
इसी दौरान पटवारी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सिंधिया के कारण ही कमलनाथ सरकार गिरी थी और इस विश्वासघात की सजा उन्हें जनता से जरूर मिलेगी।
मध्यप्रदेश बना देश का सबसे कर्जदार राज्य
प्रेस वार्ता में पटवारी ने प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि जनसंख्या के अनुपात में मध्यप्रदेश आज देश का सबसे अधिक कर्जदार राज्य है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जनता के नाम पर कर्ज उठाती है, लेकिन उसका इस्तेमाल जनहित में करने के बजाय विधायकों की सैलरी बढ़ाने, मंत्रियों के घरों को सजाने-संवारने, महंगी गाड़ियां खरीदने और करोड़ों रुपये के विज्ञापन व आयोजनों पर फूंकने में कर रही है। पटवारी के मुताबिक, “भ्रष्टाचार अब सरकार की पहचान बन गया है और प्रदेश का लगभग हर विभाग कमीशनखोरी के सहारे चल रहा है।”
आईटी पार्क का सौदा और नशा मुक्ति अभियान पर सवाल
जीतू पटवारी ने हाल ही में हुए एक बड़े सौदे पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने आईटी पार्क जैसी कीमती संपत्ति को महज 10 लाख रुपये सालाना किराए पर दे दिया, जबकि उसकी वास्तविक आय करीब 1.75 करोड़ रुपये प्रतिमाह आंकी जाती है। यह प्रदेश की संपत्तियों को कौड़ियों के भाव बेचने जैसा कदम है।
वहीं नशामुक्ति अभियान की घोषणा पर भी पटवारी ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि जिस अवधि में अभियान चलाने की बात कही गई, उसी दौरान प्रदेश में नशे का कारोबार और तेजी से फैला। आज स्थिति यह है कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है जहां महिलाएं सबसे अधिक शराब सेवन के लिए मजबूर हैं और ड्रग्स का सबसे बड़ा नेटवर्क यहीं पनप रहा है।