सुप्रीम कोर्ट जज विक्रम नाथ बोले आवारा कुत्तों वाला केस मुझे दुनिया भर में पहचान दिला गया
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज विक्रम नाथ ने कहा है कि आवारा कुत्तों पर आए फैसले ने उन्हें पूरी दुनिया में मशहूर बना दिया है। शनिवार को केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में आयोजित एक कानूनी सम्मेलन (कॉन्फ्रेंस) के दौरान उन्होंने इस विषय पर खुलकर अपनी बात रखी।
जस्टिस विक्रम नाथ ने कहा कि अब तक लोग उन्हें केवल कानून के क्षेत्र में उनके काम के लिए जानते थे, लेकिन आवारा कुत्तों वाला केस उनके जीवन का ऐसा मुकदमा साबित हुआ जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। उन्होंने इस मामले को सौंपने के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) का विशेष आभार जताया।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला और विवाद
11 अगस्त को जस्टिस विक्रम नाथ की अध्यक्षता वाली दो जजों की बेंच ने आदेश दिया था कि दिल्ली-एनसीआर से सभी आवारा कुत्तों को हटाया जाए। इस आदेश के बाद सोशल मीडिया और समाज के अलग-अलग वर्गों में बड़ी बहस छिड़ गई और विरोध के स्वर भी उठे।
विवाद बढ़ने के बाद, 22 अगस्त को तीन जजों की एक बड़ी बेंच ने इस आदेश को आंशिक रूप से पलटते हुए इसमें रियायत दे दी।
CJI का शुक्रगुजार हूं – जस्टिस विक्रम नाथ
कार्यक्रम में बोलते हुए जस्टिस विक्रम नाथ ने कहा–
मैं लंबे समय से न्यायपालिका से जुड़ा हूं और कानून के क्षेत्र में योगदान देता रहा हूं। लेकिन इस केस ने मुझे न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में पहचान दिलाई है। इस ऐतिहासिक मामले के लिए मैं मुख्य न्यायाधीश का आभारी हूं।