भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) युवा मोर्चा के पूर्व मंडल महामंत्री जीत निशोदे के वायरल वीडियो मामले ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। वीडियो सामने आने के बाद से मानसिक तनाव में चल रहे जीत ने फांसी लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। परिजनों ने समय रहते उन्हें फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
युवती ने दर्ज कराई FIR, बोली– शादी होने वाली थी
वायरल वीडियो में दिख रही युवती ने शहपुरा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। युवती ने आरोप लगाया कि यह वीडियो एक राजनीतिक साजिश के तहत बनाया गया है। उनका कहना है कि जीत निशोदे से उनकी शादी तय थी, लेकिन कुछ लोगों ने घर का दरवाजा तोड़कर भीतर घुसकर उनका निजी वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर फैला दिया।
युवती ने कहा कि कांग्रेस समर्थित लोगों ने जानबूझकर यह साजिश रची, ताकि जीत की राजनीतिक छवि धूमिल की जा सके। वीडियो के कारण उनकी भी बदनामी हुई और उन्हें सामाजिक अपमान झेलना पड़ा। युवती का कहना है कि इस स्थिति ने दोनों को बेहद मानसिक आघात पहुंचाया।
पार्टी से निष्कासन और डिप्रेशन में आई गिरावट
अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा संगठन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जीत निशोदे को युवा मोर्चा मंडल महामंत्री पद से हटा दिया, साथ ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निष्कासित कर दिया। इस कार्रवाई और बढ़ते विवाद से जीत गहरे डिप्रेशन में चले गए।
बीते दिनों उन्होंने अपने ही घर में फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की। परिजन जैसे ही कमरे में पहुंचे, उन्होंने फंदे से उतारकर उन्हें तत्काल पुष्पांजलि अस्पताल, शाहपुरा में भर्ती कराया। डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें गहन चिकित्सा कक्ष (ICU) में रखा गया है।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू
जहां युवती ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर निजी वीडियो बनाने और उसे वायरल करने का आरोप लगाया है, वहीं भाजपा संगठन इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सख्त रुख अपनाए हुए है। पार्टी नेताओं का कहना है कि इस तरह की घटनाओं से संगठन की छवि खराब होती है, इसलिए तुरंत कार्रवाई की गई।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पर लगे आरोपों को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। मामला अब निजी विवाद से निकलकर सीधे सियासी आरोप-प्रत्यारोप का रूप लेता दिखाई दे रहा है।
पुलिस जांच में जुटी
फिलहाल शहपुरा पुलिस ने युवती की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वीडियो किसने और कैसे बनाया और किस उद्देश्य से वायरल किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि मामले में तकनीकी जांच और संदिग्ध लोगों की पहचान की जा रही है।