बीना : ट्रेन से गिरकर युवक की दर्दनाक मौत, ग्वालियर से काचीगुड़ा जा रहा था सफर अधूरा रह गया
बीना (सागर): शुक्रवार तड़के एक दर्दनाक हादसे में 22 वर्षीय युवक राहुल सिंह की ट्रेन से गिरकर मौत हो गई। मूल रूप से महोबा के रहने वाले राहुल ग्वालियर में रहकर पढ़ाई के साथ-साथ सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा था। परिवार का सपना था कि वह भी अपने बड़े भाई की तरह फौज में भर्ती होकर देशसेवा करे, लेकिन अचानक हुए इस हादसे ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया।
सफर के दौरान हादसा
जानकारी के अनुसार, राहुल सिंह अपने एक परिचित के साथ ग्वालियर से काचीगुड़ा की ओर जा रहा था। यात्रा के दौरान शुक्रवार सुबह लगभग 5:30 बजे वह टॉयलेट के लिए उठा, लेकिन उसके बाद वापस लौटकर नहीं आया। साथी यात्री ने पहले तो सोचा कि वह कहीं दूसरी बोगी में चला गया होगा, लेकिन काफी देर इंतजार के बाद भी राहुल का कोई पता नहीं चला।
करीब दो घंटे तक इधर-उधर तलाश करने के बाद भी जब उसकी कोई खबर नहीं मिली, तब साथी ने राहुल के बड़े भाई को फोन कर पूरी जानकारी दी।
रेलवे ट्रैक पर मिला शव
इसी बीच, आगासौद रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर एक शव मिलने की सूचना जीआरपी (Government Railway Police) को मिली। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो पाया कि यह शव राहुल का ही है। तत्काल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और परिजनों को सूचना दी गई।
परिवार में मातम
सुबह करीब 11 बजे राहुल का परिवार ग्वालियर पहुंचा। वहां उन्होंने शव की पहचान की। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के चाचा मेहताब सिंह ने बताया कि राहुल पूरी मेहनत से पढ़ाई और तैयारी कर रहा था। उसे फौज में भर्ती होकर देश सेवा करने का सपना था, लेकिन यात्रा के दौरान हुए हादसे ने उनकी दुनिया उजाड़ दी।
राहुल का बड़ा भाई पहले से ही असम में सेना में तैनात है। पूरे परिवार को अब भी यकीन नहीं हो रहा कि उनका बेटा और भाई इस तरह अचानक हमेशा के लिए चला गया।
पुलिस जांच जारी
जीआरपी ने मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। अधिकारियों का कहना है कि हादसे की जांच की जा रही है कि राहुल किस तरह ट्रेन से गिरा। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह हादसा संतुलन बिगड़ने से हुआ माना जा रहा है, लेकिन पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है।
हमारे बारे में
योगेश दत्त तिवारी पिछले 20 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं और मीडिया की दुनिया में एक विश्वसनीय और सशक्त आवाज के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। अपने समर्पण, निष्पक्षता और जनहित के प्रति प्रतिबद्धता के चलते उन्होंने पत्रकारिता में एक मजबूत स्थान बनाया है।
पिछले 15 वर्षों से वे प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र 'देशबंधु' में संपादक के रूप में कार्यरत हैं। इस भूमिका में रहते हुए उन्होंने समाज के ज्वलंत मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है और पत्रकारिता के उच्चतम मानकों को बनाए रखा है। उनकी लेखनी न सिर्फ तथ्यपरक होती है, बल्कि सामाजिक चेतना को भी जागृत करती है।
योगेश दत्त तिवारी का उद्देश्य सच्ची, निष्पक्ष और जनहितकारी पत्रकारिता को बढ़ावा देना है। उन्होंने हमेशा युवाओं को जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रेरित किया है और पत्रकारिता को सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि समाज सेवा का माध्यम माना है।
उनकी संपादकीय दृष्टि, विश्लेषणात्मक क्षमता और निर्भीक पत्रकारिता समाज के लिए प्रेरणास्रोत रही है।