सस्ती ब्याज दर पर लोन का झांसा देकर खाते खुलवाने वाला गिरोह पकड़ा, देवरी पुलिस ने एक आरोपी को किया गिरफ्तार
देवरीकलां (सागर, मध्य प्रदेश)। देवरी पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगों को कम ब्याज दर पर लोन दिलाने का लालच देकर उनके नाम से बैंक खाते खुलवाता था और उन्हीं खातों का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी में करता था। इस कार्रवाई में पुलिस ने गुजरात के सूरत निवासी एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि उसके दो साथी फरार बताए जा रहे हैं।
फरियादी को मिला धोखे का अहसास
10 सितंबर को जैतपुर, देवरी निवासी प्रकाश अहिरवार ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि सूरत निवासी जयेश बघेला और दिनेश पटेल ने उन्हें आसान शर्तों और सस्ती ब्याज दर पर लोन दिलाने का प्रलोभन दिया। इसके लिए आरोपियों ने उनके नाम से पंजाब नेशनल बैंक गढ़ाकोटा और इंडसलैंड बैंक बीना में खाते खुलवाए।
जब लंबे समय तक लोन स्वीकृत नहीं हुआ, तो फरियादी को शक हुआ। 8 सितंबर को उन्होंने गढ़ाकोटा स्थित पीएनबी शाखा में अपने खाते की जांच कराई। जांच में सामने आया कि उनके खाते से गुजरात के सूरत में संदिग्ध लेन-देन हो रहे हैं। इस पर उन्होंने तुरंत धोखाधड़ी की आशंका जताते हुए थाने में आवेदन दिया।
साइबर सेल ने की तकनीकी जांच
शिकायत मिलने के बाद थाना देवरी ने अपराध क्रमांक 419/25 धारा 318(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया और साइबर सेल सागर की मदद ली। तकनीकी जांच से यह स्पष्ट हुआ कि फरियादी के खाते से 2 अगस्त से लगातार सूरत में लेन-देन किए जा रहे थे। जांच में यह भी सामने आया कि आरोपियों ने फरियादी के बेटों के नाम पर भी बैंक खाते खुलवाए और उन्हीं के जरिए धोखाधड़ी की गतिविधियां कीं।
आरोपी दिनेश गिरफ्तार, एटीएम और मोबाइल बरामद
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी दिनेश पिता भोघाभाई निवासी धैली नं. 2, रामनगर सोसायटी, सूरत को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह अपने साथियों जयेश बघेला और बाटला (दोनों सूरत निवासी) के साथ मिलकर लोगों को झूठे लोन का लालच देता था। वे पीड़ितों से खाते खुलवाते और फिर उन्हीं खातों का उपयोग करके गुजरात और अन्य राज्यों में धोखाधड़ी से रकम का लेन-देन करते थे।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से चार एटीएम कार्ड और एक मोबाइल फोन भी जब्त किया। उसे न्यायालय में पेश कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।
संयुक्त टीम की भूमिका
इस कार्रवाई में साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक उमेश यादव, थाना प्रभारी देवरी गजेंद्र सिंह बुंदेला, भागचंद उइके, सौरभ रैकवार, कुलदीप सिंह ठाकुर, हेमेंद्र सिंह ठाकुर सहित साइबर सेल और देवरी थाना पुलिस टीम के जवान पूरन यादव, राजीव तोमर और लवकुश ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।