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Bee attack news : बीना रेलवे कॉलोनी में मधुमक्खियों का हमला: सात कर्मचारी घायल, दो की हालत गंभीर

Bee attack news : (सागर)। बीना ...

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Bee attack news : (सागर)। बीना रेलवे कॉलोनी में शुक्रवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब सफाई अभियान के दौरान अचानक मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। इस हमले में सात रेलवे कर्मचारी घायल हो गए, जिनमें से दो की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए भोपाल रेफर किया गया।

स्वच्छता पखवाड़े के दौरान हुआ हादसा

यह घटना स्वच्छता पखवाड़ा अभियान के तहत हुई, जिसके लिए रेलवे प्रशासन ने करीब 25 कर्मचारियों को डिपो के बाहर झाड़ियों की सफाई का जिम्मा सौंपा था। जैसे ही कर्मचारी सफाई कार्य में जुटे, पास ही मौजूद मधुमक्खियों का झुंड अचानक आक्रामक हो गया और उन पर टूट पड़ा।

कुछ ही पलों में कर्मचारियों के बीच भगदड़ मच गई। कई लोग खुद को बचाने के लिए इधर-उधर भागे, लेकिन सात कर्मचारी बुरी तरह घायल हो गए।

घायलों की पहचान और स्थिति

हमले में घायल कर्मचारियों की पहचान रविशंकर शर्मा (59), अब्दुल बाहिद (56), शेर सिंह (48), फारूक (42), ऋषि तिवारी (38), अनिल बामने (49) और रवि कुमार (41) के रूप में हुई है। डॉक्टरों के अनुसार, हर कर्मचारी को 6 से 10 जगह डंक लगे हैं।

इस दौरान रवि कुमार और ऋषि तिवारी गिर पड़े, जिससे उनके कमर और पीठ में चोट भी आई। हालत गंभीर होने पर रवि कुमार और अनिल बामने को तुरंत भोपाल रेफर कर दिया गया, जबकि अन्य घायलों का इलाज स्थानीय अस्पताल में जारी है।

डॉक्टरों ने जताई गंभीर आशंका

अस्पताल में उपचार कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि अधिक संख्या में डंक लगना कई बार जानलेवा साबित हो सकता है। समय रहते कर्मचारियों को अस्पताल लाया गया, जिससे उनकी स्थिति नियंत्रण में रही।

सुरक्षा इंतजामों पर कर्मचारियों का गुस्सा

इस घटना के बाद रेलवे कर्मचारियों में भारी नाराजगी देखने को मिली। उनका आरोप है कि उन्हें बिना किसी सुरक्षा उपकरण के सफाई कार्य के लिए भेजा गया था। यदि पहले से सुरक्षा इंतजाम किए गए होते तो इस तरह का हादसा टाला जा सकता था।

कर्मचारियों ने अधिकारियों से जवाब मांगा और सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर सवाल उठाए। हालांकि, रेलवे प्रशासन के अधिकारी इस मामले पर खुलकर कुछ भी कहने से बचते रहे।

स्थानीय स्तर पर उठ रहे सवाल

घटना के बाद क्षेत्र में चर्चा है कि इस तरह के जोखिमपूर्ण कामों में कर्मचारियों को सुरक्षात्मक उपकरण जैसे मास्क, ग्लव्स और विशेष ड्रेस उपलब्ध कराई जानी चाहिए थी। रेलवे कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सुरक्षा इंतजाम मजबूत नहीं किए गए तो भविष्य में ऐसे हादसे और बड़े रूप ले सकते हैं।

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हमारे बारे में योगेश दत्त तिवारी पिछले 20 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं और मीडिया की दुनिया में एक विश्वसनीय और सशक्त आवाज के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। अपने समर्पण, निष्पक्षता और जनहित के प्रति प्रतिबद्धता के चलते उन्होंने पत्रकारिता में एक मजबूत स्थान बनाया है। पिछले 15 वर्षों से वे प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र 'देशबंधु' में संपादक के रूप में कार्यरत हैं। इस भूमिका में रहते हुए उन्होंने समाज के ज्वलंत मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है और पत्रकारिता के उच्चतम मानकों को बनाए रखा है। उनकी लेखनी न सिर्फ तथ्यपरक होती है, बल्कि सामाजिक चेतना को भी जागृत करती है। योगेश दत्त तिवारी का उद्देश्य सच्ची, निष्पक्ष और जनहितकारी पत्रकारिता को बढ़ावा देना है। उन्होंने हमेशा युवाओं को जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रेरित किया है और पत्रकारिता को सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि समाज सेवा का माध्यम माना है। उनकी संपादकीय दृष्टि, विश्लेषणात्मक क्षमता और निर्भीक पत्रकारिता समाज के लिए प्रेरणास्रोत रही है।
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