सागर जिले के खुरई क्षेत्र में डीएपी उर्वरक के अवैध भंडारण का मामला सामने आया है। इस संबंध में ग्राम बेरी, थाना खुरई ग्रामीण निवासी प्रताप पिता विमान सिंह पटेल के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज की गई है। प्रशासन ने यह कार्रवाई तब की, जब निरीक्षण के दौरान बड़ी मात्रा में संदिग्ध उर्वरक बिना बिल और दस्तावेज़ के पाया गया।
99 बोरी खाद जब्त, कोई बिल या श्रोत नहीं मिला
खुरई के एसडीएम ने जानकारी दी कि ग्राम बेरी में खाद्य उर्वरक निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस दौरान अधिकारियों ने एक परित्यक्त मकान की तलाशी ली, जहाँ इफको कंपनी की 99 बोरियां डीएपी उर्वरक की बरामद हुईं। जांच में सामने आया कि इन बोरियों का भंडारण किसी बिल या खरीद संबंधी दस्तावेज़ के बिना किया गया था।वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी मौके पर मौजूद रहे और उन्होंने उर्वरक के नमूने भी लिए। इसके बाद प्रताप पटेल को स्थल पर बुलाकर पूछताछ की गई।
पूछताछ में मिला संदिग्ध जवाब
पूछताछ के दौरान प्रताप पटेल ने बताया कि यह खाद उन्होंने अपनी ठेके की जमीन पर उपयोग के लिए रखी थी। हालांकि, जब उनसे खाद का स्रोत, विक्रेता का नाम या किसी वैध रसीद की जानकारी मांगी गई, तो वे कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर सके। इस पर प्रशासन ने उन्हें नोटिस जारी कर स्पष्टिकरण देने के लिए कहा है।
संदेहास्पद स्रोत से खरीदी गई खाद
जानकारी के अनुसार प्रताप पटेल ने यह डीएपी खाद किसी अज्ञात और संदिग्ध स्रोत से खरीदी है। अधिकारियों को संदेह है कि यह खाद असली नहीं हो सकती और अवैध तरीके से स्थानीय बाजार में लाई गई है। यही कारण है कि मौके पर खाद का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है और पूरे भंडारण स्थल को सील कर दिया गया है।
प्रशासन की सख्त कार्रवाई
खाद की अवैध बिक्री और भंडारण को गंभीर मानते हुए प्रशासन ने इस पर सख्ती दिखाई है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है और अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामलों में दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कृषि विभाग का मानना है कि इस तरह की अवैध गतिविधियाँ किसानों को नुकसान पहुंचा सकती हैं और खाद की गुणवत्ता पर सवाल उठाती हैं।
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