रतलाम। जिला अस्पताल में शुक्रवार को हुए हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है, जिसमें एक युवक पुलिसकर्मियों से झूमाझटकी और हाथापाई करता दिखाई दे रहा है। वायरल होते ही यह मामला पुलिस प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया, जिसके बाद अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई शुरू की।दृश्य कथित रूप से जिला चिकित्सालय के ड्रेसिंग रूम का है, जहां एक युवक और एक महिला पुलिसकर्मी के बीच तीखी बहस होती नजर आती है। वीडियो में युवक पुलिसकर्मियों पर शराब के नशे में होने के आरोप लगाते हुए चिल्ला रहा है, जबकि मौजूद लोग उसे शांत कराने की कोशिश कर रहे हैं।
इलाज के विवाद से शुरू हुआ मामला
पुलिस जांच के मुताबिक, युवक गौरव सोलंकी अपने एक परिजन को इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर आया था। इलाज के दौरान उसकी किसी डॉक्टर से कहासुनी हो गई, जो धीरे-धीरे विवाद में बदल गई। मामला बढ़ता देख अस्पताल चौकी से थाना स्टेशन रोड की पुलिस टीम को मौके पर बुलाया गया।घटना के चश्मदीदों का कहना है कि पुलिस टीम के पहुंचते ही गौरव भड़क गया और पुलिसकर्मियों से बदसलूकी करने लगा। तनाव इतना बढ़ा कि उसने दोनों पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई तक कर दी। आसपास के लोग और अस्पताल स्टाफ किसी तरह बीच-बचाव कर स्थिति को संभालने की कोशिश करते रहे।
अधिकारियों ने दिए जांच और मेडिकल के निर्देश
घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने तुरंत संज्ञान लिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा के निर्देश पर मौके पर मौजूद दोनों पुलिसकर्मियों का मेडिकल परीक्षण कराया गया ताकि युवक के आरोपों की सच्चाई सामने आ सके।मेडिकल रिपोर्ट में यह साफ पाया गया कि दोनों पुलिसकर्मी पूरी तरह होश में थे और शराब के नशे में नहीं थे। जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि विवाद को बढ़ाने और मारपीट शुरू करने की पहल खुद गौरव सोलंकी ने की थी।
आरोपी पर मामला दर्ज, पुलिस ने निकाला जुलूस
पुख्ता सबूत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी युवक गौरव सोलंकी, पिता राजेंद्र सिंह सोलंकी, के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी का थाने से लेकर मुख्य मार्ग तक जुलूस निकालकर यह संदेश दिया कि कानून का अपमान या पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।एएसपी राकेश खाखा ने कहा कि आरोपी के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है और जल्द ही चार्जशीट अदालत में प्रस्तुत की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सार्वजनिक स्थानों पर हंगामा और पुलिसकर्मियों से मारपीट जैसे कृत्य को किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर बढ़ी चर्चा
घटना का वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं तेज़ हो गईं। कई यूजर्स ने पुलिसकर्मियों के संयम की सराहना की, वहीं कुछ ने अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की मांग उठाई।पुलिस विभाग ने जनता से अपील की है कि किसी भी विवाद की स्थिति में कानून को अपने हाथ में लेने के बजाय संबंधित अधिकारियों से शिकायत करें। उन्होंने चेतावनी दी कि कानून व्यवस्था में बाधा डालने वालों को सख्त कानूनी नतीजे भुगतने पड़ेंगे।








