बीना। बीना रिफाइनरी विस्तार परियोजना के निर्माण कार्यों के चलते क्षतिग्रस्त हुई सड़क को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा बुधवार सुबह फूट पड़ा। मूड़री मार्ग पर ग्रामीणों ने आवागमन रोकते हुए चक्काजाम कर दिया। उनका आरोप था कि रिफाइनरी के भारी वाहनों की लगातार आवाजाही से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़क पूरी तरह टूट चुकी है, जिससे लोगों को रोजाना भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सड़क पर बने गड्ढे बने हादसों का कारण
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि छोटे वाहन तो छोड़िए, बड़े वाहन भी कीचड़ और गड्ढों में फंस जाते हैं। कई बार यात्रियों और स्कूली बच्चों को घंटों सड़क पर फंसे रहना पड़ता है। ग्रामीणों ने कहा कि आए दिन सड़क पर दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रशासन और कंपनी दोनों इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे।
मरम्मत तक सड़क नहीं खुलने देने की चेतावनी
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने साफ कहा कि जब तक सड़क की मरम्मत का काम शुरू नहीं किया जाएगा, वे रिफाइनरी कार्यों के लिए रास्ता नहीं खोलेंगे। दो घंटे तक चले इस चक्काजाम के कारण मूड़री मार्ग पर यातायात पूरी तरह ठप रहा और वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
अधिकारियों ने दिया मरम्मत का आश्वासन
स्थिति की जानकारी मिलते ही बीपीसीएल के अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की। काफी देर तक चली चर्चा के बाद अधिकारियों ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि एक सप्ताह के भीतर सड़क की मरम्मत का काम शुरू कर दिया जाएगा। आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम खत्म किया और धीरे-धीरे यातायात बहाल हुआ।
कई गांवों के लोग हुए शामिल
इस प्रदर्शन में मूड़री, नेहरोन, बिल्धई समेत आसपास के कई गांवों के सैकड़ों ग्रामीण शामिल रहे। स्थानीय लोगों ने कहा कि वे अब भी उम्मीद लगाए हुए हैं कि प्रशासन और रिफाइनरी प्रबंधन अपने वादे पर कायम रहेगा, ताकि गांवों के लोगों को फिर से सुरक्षित और सुगम आवागमन मिल सके।








