सागर। मेहनत, धैर्य और दृढ़ संकल्प से सफलता पाने की मिसाल पेश करते हुए सागर जिले की सुरखी विधानसभा के छोटे से गांव खमकुआ के युवा यशपाल स्वर्णकार ने एमपीएससी परीक्षा 2023 में प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल कर इतिहास रच दिया है। साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले यशपाल का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ है।
गाजे-बाजे के साथ हुआ भव्य स्वागत
रविवार सुबह लगभग 11 बजे जब यशपाल अपने परिवार के साथ सुरखी पहुंचे, तो नगरवासियों ने उन्हें फूल-मालाओं, ढोल-नगाड़ों और मिठाइयों के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया। पूरे नगर में “यशपाल स्वर्णकार जिंदाबाद” और “सुरखी का गौरव यशपाल” के नारे गूंज उठे। भीड़ में युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक सभी के चेहरों पर गर्व और खुशी झलक रही थी।
किसान परिवार से निकलकर प्रशासनिक सेवा तक का सफर
यशपाल के पिता रामनरेश स्वर्णकार एक मेहनती किसान हैं, जो खमकुआ गांव में खेती-बाड़ी करते हैं। यशपाल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक विद्यालय से पूरी की। इसके बाद कक्षा 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई शासकीय कृषि उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, सुरखी से की। कठिन परिस्थितियों के बावजूद उन्होंने पढ़ाई को कभी नहीं छोड़ा और लक्ष्य पर केंद्रित रहे।
पांचवें प्रयास में मिली बड़ी सफलता
अपनी सफलता के बारे में बताते हुए यशपाल ने कहा,
गांव के माहौल से निकलकर इस मुकाम तक पहुंचना मेरे लिए गर्व की बात है। यह उपलब्धि मेरे माता-पिता, शिक्षकों और पूरे परिवार के सहयोग के बिना संभव नहीं थी। मैंने लगातार पांच प्रयास किए और आखिरकार यह सफलता हासिल की।
उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि धैर्य, लगन और आत्मविश्वास सफलता की सबसे बड़ी कुंजी हैं।
कभी उम्मीद मत छोड़िए। अपने लक्ष्य के प्रति सच्चे रहें और मेहनत करते रहें — परिणाम निश्चित रूप से मिलेगा, उन्होंने कहा।
गांव और जिले में जश्न का माहौल
यशपाल की इस सफलता से न केवल उनका परिवार बल्कि पूरा सागर जिला गर्व महसूस कर रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यशपाल ने यह साबित कर दिया कि मेहनत और समर्पण से कोई भी मंज़िल हासिल की जा सकती है।
सुरखी और आसपास के क्षेत्रों में लोगों ने मिठाइयां बांटकर अपनी खुशी जाहिर की। हर कोई इस बात से उत्साहित है कि एक किसान का बेटा अब जिले के प्रशासनिक तंत्र का हिस्सा बनेगा और समाज की बेहतरी के लिए काम करेगा।








