नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां मामूली पारिवारिक विवाद ने एक भयावह रूप ले लिया। घरेलू कलह के चलते बहू ने अपनी सास को बेरहमी से जला कर मार डाला। पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है और पूरे मामले की जांच जारी है।
खेल के बहाने सास को बनाया निशाना
पुलिस के अनुसार, यह घटना शुक्रवार सुबह की है जब ललिता देवी (30) ने अपनी सास जयंती कनक महालक्ष्मी (63) को अपनी 8 वर्षीय बेटी के साथ “चोर-सिपाही” खेल खेलने के लिए बुलाया। इसी बहाने उसने बुजुर्ग महिला को कुर्सी पर बैठाया, फिर उनके हाथ-पैर बांध दिए और आंखों पर पट्टी बांध दी। किसी को कुछ समझ पाता, उससे पहले ही ललिता ने पेट्रोल छिड़ककर अपनी सास को आग के हवाले कर दिया।
घर में चीख-पुकार मच गई, लेकिन महिला पर मानो पागलपन सवार था। कुर्सी में बंधी बुजुर्ग सास दर्द से तड़पती रही, जबकि आरोपी बहू देखती रही।
8 साल की बच्ची ने दादी को बचाने की कोशिश में खुद को झुलसा लिया
इस भयावह दृश्य को देखकर ललिता की 8 वर्षीय बेटी ने अपनी दादी को बचाने की कोशिश की। लेकिन आग की लपटों ने उसे भी अपनी चपेट में ले लिया। बच्ची गंभीर रूप से झुलस गई, जिसे तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उसका इलाज जारी है।
पति-पत्नी के विवाद में दखल दे रही थी सास, इसलिए रची साजिश
जांच के दौरान पुलिस ने बताया कि आरोपी ललिता देवी अपने पति से लंबे समय से घरेलू विवाद में उलझी हुई थी। उसे यह बात नागवार गुजर रही थी कि उसकी सास कनक महालक्ष्मी अक्सर उनके झगड़ों में दखल देती थीं और बेटे को समझाने की कोशिश करती थीं। इसी रंजिश में ललिता ने यह खतरनाक कदम उठाया।
हत्या को दुर्घटना बताने की कोशिश, लेकिन पुलिस ने खोला राज
घटना के बाद ललिता ने अपने पति को बताया कि उसकी मां टीवी के शॉर्ट सर्किट की वजह से जल गई हैं। लेकिन जब पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की, तो सच्चाई धीरे-धीरे सामने आ गई। जांच में पाया गया कि यह कोई हादसा नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या थी। साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने आरोपी ललिता देवी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस जांच जारी, इलाके में दहशत और आक्रोश
इस घटना ने इलाके में दहशत और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। लोग हैरान हैं कि घरेलू विवाद की आंच इतनी भयानक हो सकती है कि एक बहू अपनी सास को इतनी निर्दयता से मौत के घाट उतार दे।
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इस अपराध में किसी और की भूमिका थी या यह पूरी तरह अकेले ललिता का ही फैसला था।








