Sagar news : सागर के शनीचरी क्षेत्र के 70 वर्षीय बुजुर्ग को पिछले तीन दिनों से गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। आहार नली में फँसे मांस के टुकड़े के कारण न तो वे खाना खा पा रहे थे और न ही पानी निगल पा रहे थे। लगातार बढ़ते दर्द और असहनीय तकलीफ के चलते उन्हें बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (BMC) में भर्ती किया गया।
पहली जाँच में एक्स-रे रिपोर्ट सामान्य दिखी, लेकिन मरीज की तकलीफ देखकर डॉक्टरों ने तुरंत अगला कदम उठाया। ईएनटी विभाग की टीम ने आपातकालीन आधार पर दूरबीन पद्धति (रिजिड इसोफैगोस्कोपी) से आहार नली की जाँच की और गहराई में फँसे मांस के टुकड़े को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया।
शानदार टीमवर्क, मुश्किल प्रक्रिया भी रही सफल
इस चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया को अंजाम देने वाली टीम में
डॉ. नीतू बजाज, डॉ. चंद्रेश दीक्षित, डॉ. मोहम्मद इल्यास, डॉ. दीपक गुप्ता, डॉ. अजमल खान
सहित नर्सिंग स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
करीब समय पर की गई यह एंडोस्कोपिक प्रक्रिया मरीज के लिए जीवनरक्षक साबित हुई। डॉक्टरों के अनुसार अब मरीज पूरी तरह सुरक्षित है और उसकी स्थिति सामान्य है।
BMC डीन ने दी टीम को बधाई
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. पी.एस. ठाकुर ने इस सफल ऑपरेशन के लिए पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि समय पर और सटीक उपचार ने एक गंभीर स्थिति को हल कर दिया।
आधिकारिक जानकारी जारी
इस पूरे मामले की जानकारी BMC के मीडिया प्रभारी सौरभ जैन ने शनिवार दोपहर 12 बजे प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी।








