MP : भोपाल गैस त्रासदी की बरसी पर अवकाश के दौरान घुसे चोर, फुटेज खंगालने में जुटी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के निर्देश
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा परिसर से चंदन के पेड़ की चोरी का प्रयास सामने आने के बाद प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। गुरुवार सुबह अधिकारियों और कर्मचारियों ने पार्किंग जोन के पास लगे चंदन के एक पेड़ को लगभग पूरा कटा हुआ देखा। इसके अलावा आसपास के दो और पेड़ों पर भी आरी से काटने के स्पष्ट निशान मिले।जानकारी के अनुसार, पेड़ को गिराने के बाद भी चोर उसे उठा नहीं पाए, जिसके कारण वे उसे वहीं छोड़कर भाग गए। माना जा रहा है कि लकड़ी भारी होने के कारण चोरों को इसे ले जाने में दिक्कत हुई। यह वारदात विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन हुई। सुरक्षा अधिकारियों का अनुमान है कि चोरों ने बुधवार को भोपाल गैस त्रासदी की बरसी पर घोषित स्थानीय अवकाश के दौरान परिसर में प्रवेश किया, क्योंकि उस दिन कार्यालयों में गतिविधियां कम थीं।मध्यप्रदेश विधानसभा परिसर राज्य के सबसे संवेदनशील और हाई सिक्योरिटी क्षेत्रों में गिना जाता है। यहां विशेष सशस्त्र बल की बटालियन के साथ लगभग 70 सुरक्षा जवान हर समय तैनात रहते हैं। ऐसे में चोरों का परिसर के भीतर पेड़ काटने तक पहुंच जाना सुरक्षा प्रणाली पर गंभीर संदेह पैदा करता है।
केस दर्ज, फुटेज खंगाल रही पुलिस
आरेरा थाना पुलिस ने विधानसभा सचिवालय की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खरीदी जा रही है और संदिग्धों की पहचान के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। अधिकारियों ने सुरक्षा की खामियों को चिन्हित करने और विस्तृत समीक्षा करने के निर्देश जारी किए हैं।
चंदन तस्करी की सक्रियता बढ़ी
वन विशेषज्ञों का कहना है कि चंदन की लकड़ी की ऊंची कीमत की वजह से राजधानी के वीवीआईपी क्षेत्रों में भी गिरोह सक्रिय हैं। इसी साल 17 नवंबर को डीएफओ ऑफिस के बाहर भी चंदन के पेड़ की चोरी दर्ज की गई थी, जिससे यह अंदाजा लगता है कि तस्कर सुरक्षा घेरों की परवाह किए बिना लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कहा यह सिर्फ चोरी नहीं, विधानसभा परिसर की प्रतिष्ठा और संवेदनशीलता से जुड़ा मसला है। सिस्टम की कमजोरियों का पता लगाकर तुरंत सुधार किए जाएंगे।
विपक्ष और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों के साथ विपक्षी नेताओं ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की। उनका कहना है कि यदि उच्च सुरक्षा क्षेत्र में भी चोरी के प्रयास होने लगें तो राजधानी की कानून व्यवस्था पर स्वाभाविक तौर पर प्रश्न उठेंगे।
सुरक्षा और कड़ी होगी
अधिकारियों ने बताया कि जांच पूरी होने तक पूरे परिसर पर अतिरिक्त निगरानी रखी जाएगी। रात्रिकालीन राउंड्स बढ़ाए जाएंगे और पेड़ों के आसपास तकनीकी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के उपाय भी लागू किए जाएंगे। यह मामला चोरी से ज़्यादा विधानसभा परिसर की सुरक्षा प्रतिष्ठा से जुड़ गया है, इसलिए जांच तेजी से जारी है और दोषियों की तलाश के लिए विभिन्न टीमों को लगाया गया है।








