MP : 50 अधिकारियों की संयुक्त कार्रवाई, 7500 वर्गफीट का डेढ़ करोड़ का घर, 14 वाहन, सोना-चांदी और कई दस्तावेज बरामद आय से अधिक संपत्ति की जांच तेज
सीधी। शुक्रवार सुबह-खुखरा हाई स्कूल, सीधी के प्रिंसिपल अभिमन्यु सिंह के यहां आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) द्वारा किए गए छापों ने चौंकाने वाली संपत्ति का खुलासा किया है। जांच टीम ने पाया कि सिंह के पास फॉर्च्यूनर, इको स्पोर्ट्स, बोलेरो, इंडिका, जेसीबी, ट्रैक्टर, हार्वेस्टर सहित कुल 10 चार पहिया वाहन और 4 दोपहिया वाहन हैं।
छापे के दौरान सीधी शहर में बनने 7500 वर्गफीट के जिस मकान की तलाशी ली गई उसकी अनुमानित कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपए बताई जा रही है। इसके अलावा तीन और मकान मिले हैं, जिनकी कुल कीमत लगभग 2 करोड़ रुपए के करीब मानी जा रही है। टीम ने तलाशी के दौरान करीब सात लाख रुपए के सोने और पांच लाख रुपए के चांदी के आभूषण भी जब्त किए।
सुबह 5 बजे शुरू हुई बड़ी कार्रवाई
शुक्रवार तड़के करीब 5 बजे 50 सदस्यीय टीम ने प्रिंसिपल अभिमन्यु सिंह के आवास पर दबिश दी। जांच एक साथ तीन स्थानों पर शुरू की गई — अमहा स्थित ऊंची हवेली, मड़वास गांव में पुश्तैनी मकान और कुसमी स्थित संपत्तियां। इसके साथ ही सिंह के बैंक लॉकर भी सील कर जांच के दायरे में लिए गए हैं।
EOW ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में अभिमन्यु सिंह पर केस दर्ज कर लिया है। यह कार्रवाई दो महीने पहले रीवा EOW कार्यालय में दर्ज हुई शिकायत के आधार पर की गई।
दरवाजा खोला खुद प्रिंसिपल ने, दस्तावेजों की जांच जारी
टीम के पहुंचने पर दरवाजा स्वयं अभिमन्यु सिंह ने खोला, जिसके बाद 13 अधिकारियों की टीम घर के भीतर प्रवेश कर गई। बाकी दलों ने अन्य ठिकानों पर तलाशी शुरू की। कार्यवाहक निरीक्षक हरीश त्रिपाठी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए थे, इसलिए रेड की कार्रवाई को मंजूरी दी गई। टीम अब तक कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त कर चुकी है, जिनमें संपत्ति से जुड़े कागज़, बैंक विवरण और अन्य रिकॉर्ड शामिल हैं। जांच जारी रहने के दौरान अधिकारी सभी ठिकानों पर तैनात रहेंगे।
स्थानीय पुलिस भी जुटी सुरक्षा में
पूरी कार्रवाई में सीधी पुलिस लाइन की सहायता ली गई है। स्थानीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सुरक्षा और व्यवस्था संभालने के लिए पर्याप्त पुलिस बल मौके पर मौजूद है।
1998 में सरकारी नौकरी शुरू करने वाले अभिमन्यु सिंह के खिलाफ अब EOW की विस्तृत जांच आगे बढ़ेगी। विभिन्न बयानों, बरामद दस्तावेजों और बैंक लेनदेन की जांच के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।








