डाकघर फर्जीवाड़ा :
शाहगढ़। डाकघर शाहगढ़ में ग्राहकों की जमा राशि में हेराफेरी का मामला अब और पैचीदा होता जा रहा है, रोज नये पीड़ि¸त सामने आ रहे हैं। पहले यह बात निकलकर आई थी कि कर्मचारियों ने ग्राहकों की पासबुक में हाथ से एंट्री तो कर दी लेकिन सॉफ्टवेयर में राशि जमा ही नहीं की गई लेकिन अब एक और अलग तरह की गड़बड़ी उजागर हुई है। शाहगढ़ वार्ड नंबर 1 निवासी शहजाद खान ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2022 में पोस्ट ऑफिस एजेंट आनंद असाटी के माध्यम से 100 रुपये प्रतिदिन वाला आरडी अकाउंट खोला था। तीन साल तक शहजाद ने नियमित रूप से पैसे जमा किये। जून 2025 में योजना की अवधि पूरी होने पर 4 जून 2025 को करीब 1 लाख 15 हजार रुपये उनके बचत खाते में जमा होना बताया गया। लेकिन जब तीन माह पहले शहजाद पैसे निकालने पोस्ट ऑफिस पहुंचे। निकासी पर्ची जमा करने पर कर्मचारी मुकेश दुबे ने उन्हें चौंका देने वाली जानकारी दी कि आपकी राशि तो 4 जून को ही निकाल ली गई थी। शहजाद ने आपत्ति जताई और शिकायत की बात कही तो उसी रात कर्मचारी मुकेश दुबे, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी और पूर्व एजेंट भरत प्रजापति उनके घर पहुंचे। उन्होंने गलती स्वीकार की और शिकायत न करने के लिये दबाव बनाया। भरत प्रजापति ने पैसा वापस दिलाने का भरोसा भी दिया। लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी शहजाद को एक रुपये तक वापस नहीं मिला। जब लगातार पोस्ट ऑफिस में हो रही गड़बड़ियों को उजागर किया गया तब शहजाद ने आगे आकर पूरी जानकारी साझा की।
शहजाद ने बताया टायर पंचर का काम करता हूं। दिन-रात मेहनत कर पाई-पाई जोड़कर यह रकम जमा की थी। एक झटके में सब खत्म हो गया और शहजाद की आंखें भर आई। उधर कार्यवाही को लेकर भी स्थिति संदिग्ध है। बुधवार को जांच टीम भी पोस्ट ऑफि स से नदारद रही। अब देखने वाली बात होगी कि गरीबों की सबसे भरोसेमंद मानी जाने वाली केंद्रीय वित्तीय संस्था डाकघर में सामने आ रहे इन लगातार फ र्जीवाड़ों पर सरकार क्या कार्यवाही करती है।








