MP: रीवा शहर के चोरहटा थाना क्षेत्र में एक 10 वर्षीय बच्ची के कथित अपहरण की गुत्थी मंगलवार को पुलिस ने सुलझा ली। दरअसल, बच्ची ने स्कूल में टेस्ट न देने के डर से खुद के अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी थी, जिसे उसने यूट्यूब वीडियो देखकर तैयार किया था।
परिजनों ने 4 अगस्त को शिकायत दर्ज कराई थी कि दो अज्ञात बाइक सवार उनकी बेटी का अपहरण कर ले गए हैं। मामला गंभीर होने के कारण नगर पुलिस अधीक्षक रितु उपाध्याय के निर्देशन में पूरे शहर के 20 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई। फुटेज में बच्ची खुद अपनी साइकिल से जाती दिखी, जिससे परिजनों की बात गलत साबित हुई।
टेस्ट का डर बना झूठ की वजह
पुलिस जांच में पता चला कि बच्ची का 29 जुलाई को स्कूल में टेस्ट था, जो वह किसी कारण नहीं दे पाई थी। डर के कारण वह 4 अगस्त को ही स्कूल लौटी। इस दौरान वह घर पर बीमार होने का बहाना बनाती रही। 4 अगस्त को भी वह स्कूल जाने के लिए निकली लेकिन डर के मारे भटकती रही और शाम को घर लौटकर झूठी अपहरण की कहानी सुनाई।
थकी और घबराई हालत में पहुंची घर
शाम को जब बच्ची घर पहुंची तो वह काफी थकी और घबराई हुई थी। परिजनों के पूछने पर उसने बताया कि दो लोगों ने उसका अपहरण कर लिया था। इसके बाद परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया गया।
पूछताछ में खुद कबूला सच
पुलिस को बच्ची की कहानी शुरू से ही संदिग्ध लगी। मंगलवार को जब उसके बयान दर्ज किए गए तो उसने सच कबूल कर लिया कि अपहरण की बात झूठी थी और उसने यह सब एक वीडियो देखकर सीखा था।
स्कूल ले जाकर कराई काउंसलिंग
पुलिस ने बच्ची को स्कूल ले जाकर प्राचार्य और शिक्षकों से बात करवाई ताकि वह डांट के डर से उबर सके। इसके साथ ही उसकी काउंसलिंग भी की गई। सीएसपी रितु उपाध्याय ने बताया कि अब पुलिस अन्य स्कूलों में जाकर भी बच्चों को इस तरह के झूठ से बचने की जागरूकता दे रही है।