MP : झाबुआ जिले के थांदला में शनिवार शाम एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। यहां नौगांवा निवासी हीरिया (55) अचानक हार्ट अटैक का शिकार हो गए। वह थांदला रोड पर स्थित एक दुकान के बाहर सीढ़ियों पर बैठे किसी का इंतजार कर रहे थे। अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और वे एक तरफ झुककर नीचे गिर गए। आसपास मौजूद युवक ने मदद करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
युवक ने की मदद की कोशिश
घटना दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि हीरिया सीढ़ियों पर बैठे हुए थे और कुछ ही पलों में वे नीचे लुढ़क गए। पास खड़े युवक ने तुरंत उन्हें संभालने की कोशिश की। पहले उन्हें उठाने का प्रयास किया, फिर पास की सीढ़ी पर सहारा देकर बैठाया और पानी लाने दौड़ा। हालांकि, तब तक उनकी हालत गंभीर हो चुकी थी।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत
स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर मनीष दुबे ने बताया कि हीरिया को जब अस्पताल लाया गया तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टर ने जानकारी दी कि उसी दिन यह दूसरी हार्ट अटैक से मौत का मामला था। इससे पहले खवासा के 54 वर्षीय व्यक्ति की भी दिल का दौरा पड़ने से जान चली गई थी।
लगातार सामने आ रहे ऐसे मामले
दिल का दौरा पड़ने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। दो दिन पहले 29 अगस्त को भी इंदौर से जोधपुर जा रही एक बस के ड्राइवर सतीश राव (36) की अचानक हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। गनीमत रही कि उस समय वह बस नहीं चला रहे थे, बल्कि उन्होंने अस्वस्थ महसूस करने पर क्लीनर को स्टेयरिंग थमा दिया था। अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और केबिन में ही गिर पड़े। यात्रियों और महिला साथी ने उन्हें सीपीआर देने की कोशिश की, लेकिन जान नहीं बच पाई। डॉक्टरों ने उनकी मौत का कारण साइलेंट अटैक बताया।
सावधानियां और बचाव के उपाय
विशेषज्ञों के अनुसार, हार्ट अटैक अब केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि युवाओं में भी तेजी से बढ़ रहा है। अनियमित दिनचर्या, जंक फूड, तनाव, धूम्रपान और शराब इसके बड़े कारण माने जाते हैं।
बचाव के लिए कुछ जरूरी सावधानियां अपनानी चाहिए –
स्वस्थ जीवनशैली : नियमित व्यायाम और संतुलित आहार अपनाएं।
तनाव से दूरी : मानसिक तनाव को कम करने के लिए ध्यान, योग और मेडिटेशन करें।
हेल्थ चेकअप : समय-समय पर ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराते रहें।
लक्षणों को नज़रअंदाज न करें : सीने में दर्द, बेचैनी, सांस लेने में दिक्कत या पसीना आने जैसे शुरुआती संकेतों को गंभीरता से लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।