सागर : बीना में रिफाइनरी विस्तार परियोजना के नाम पर लंबे समय से चल रहे अवैध खनन का पर्दाफाश हो गया। प्रशासन की टीम ने जब भांकरई गांव में छापा मारा तो हैरान करने वाली सच्चाई सामने आई। खेतों और रिफाइनरी की सीमा से सटे बड़े इलाके में गहरी खुदाई मिली जहां से मिट्टी अवैध रूप से निकाली जा रही थी।
पूरा मामला…
बीना रिफाइनरी विस्तार परियोजना के नाम पर लंबे समय से चल रहे अवैध खनन पर आखिरकार प्रशासन ने सख्त कदम उठा लिया है। शनिवार को प्रशासनिक अमला जब भांकरई गांव पहुंचा तो वहां करीब 10 से 12 एकड़ जमीन पर गहरी खुदाई होती पाई गई। छापे के दौरान तीन पोकलेन मशीनें मौके पर मिलीं, जिन्हें प्रशासन ने तुरंत जब्त कर लिया। हालांकि मशीन चालकों और बाकी जिम्मेदार लोग कार्यवाही से पहले ही भाग निकले।
जानकारी के अनुसार रिफाइनरी के विस्तार कार्य के लिए बीआरसी, आरबीसी और सारथी कंपनियों को जमीन की सतह समतल करने के लिए करीब 5 लाख क्यूबिक मीटर मिट्टी की आवश्यकता थी। लेकिन जांच में यह सामने आया कि मिट्टी का अधिकांश हिस्सा गैरकानूनी खनन से निकाला गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह अवैध खनन पिछले सात महीनों से जारी था और इसे राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त था।
कार्रवाई के दौरान बारिश की वजह से कुछ समय के लिए अभियान रोकना पड़ा लेकिन टीम ने स्थिति पर जल्द ही नियंत्रण पा लिया।
एसडीएम विजय डेहरिया ने बताया कि मामले की आगे की जांच खनिज विभाग द्वारा की जाएगी। मौके पर एसडीएम विजय डेहरिया, एसडीओपी नितेश पटेल, तहसीलदार डॉ. अंबर पंथी और आगासौद थाना प्रभारी नितिन पाल मौजूद रहे।