सागर : बीना शहर में अधूरे पड़े विकास कार्य और अंडरपास की जर्जर हालत से परेशान नागरिकों का गुस्सा मंगलवार को फूट पड़ा। ओवरब्रिज निर्माण में हो रही देरी और अंडरपास में पानी व कीचड़ भरने की समस्या के विरोध में लोगों ने रेलवे गेट पर धरना दिया। यह धरना सुबह 11 बजे शुरू हुआ और दोपहर 2.30 बजे तक चला, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए।
बरसात के दिनों में अंडरपास में गहरे गड्ढे और पानी भराव के कारण स्थिति और बिगड़ गई है। वहीं, रोजाना लगने वाले जाम से राहगीरों का जीना मुश्किल हो गया है। प्रदर्शनकारियों ने तीन विभागों—रेलवे, नगर पालिका और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना—की लापरवाही पर नाराजगी जताई।
जानकारी के अनुसार, कटरा मंदिर के पास स्थित बरदौरा अंडरपास का आधा हिस्सा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत आता है, जबकि बाकी हिस्सा रेलवे के अधीन है। इसी तरह, कुटी मंदिर के पीछे बना अंडरपास रेलवे और नगर पालिका की साझा जिम्मेदारी में है।
धरना स्थल पर पहुंचे रेलवे अधिकारियों ने साफ किया कि वे केवल अपने हिस्से के अंडरपास की मरम्मत कर सकते हैं। कुटी मंदिर अंडरपास में बने गड्ढों में गिट्टी डालने और रात में अस्थायी मरम्मत करने का भरोसा दिलाया गया। हालांकि, पानी निकासी की समस्या पर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी सीपी मंडलोई ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। वहीं, नायब तहसीलदार हेमराज मेहर ने सिर्फ पत्राचार करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।
स्थिति बिगड़ने की आशंका को देखते हुए धरना स्थल पर आरपीएफ और जीआरपी के जवानों को तैनात किया गया। आंदोलन में पार्षद बीडी रजक, अशोक परिहार, प्रमोद राय, रवि रैकवार समेत कई अन्य स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।