जबलपुर। एक निजी बैंक के शाखा प्रबंधक पर उसी बैंक में कार्यरत महिला कैशियर के साथ मारपीट करने का गंभीर मामला सामने आया है। दोस्ती से शुरू हुआ यह रिश्ता जब शादी की दहलीज पर पहुंचा, तो युवक के व्यवहार ने सब कुछ बदल दिया। महिला ने थाने पहुंचकर आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
घटना रविवार रात की है। पीड़िता के अनुसार, वह और आरोपी उत्कर्ष जोशी — जो कि एचडीएफसी बैंक, मदन महल शाखा में मैनेजर हैं — लवली ढाबा (पनागर) में डिनर के लिए गए थे। खाना खाते वक्त किसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। मामला इतना बढ़ा कि दोनों आधा खाना छोड़कर लौटने लगे।
कार में हुआ विवाद, फिर मारपीट में बदला मामला
ढाबे से निकलते ही उत्कर्ष गाड़ी को बहुत तेज चलाने लगा। महिला ने जब उसकी तेज गति को लेकर आपत्ति जताई, तो बात और बिगड़ गई। युवती के मुताबिक, विवाद के दौरान उत्कर्ष ने अचानक उसके बाल पकड़कर खींचना शुरू कर दिया और मारपीट करने लगा।
महिला ने बताया कि उसने गाड़ी रुकवाने की कोशिश की और उतरने की बात कही, लेकिन उत्कर्ष ने उसके हाथ पकड़कर दरवाजे लॉक कर दिए और गाड़ी के भीतर ही उसे पीटने लगा। बचाव के लिए जब महिला ने गाड़ी में रखे कांटे से विरोध किया, तब जाकर उत्कर्ष ने गाड़ी रोकी। मौका पाकर वह किसी तरह उससे खुद को छुड़ाकर भागी और आसपास के लोगों से पूछते हुए पनागर थाने पहुंची।
शिकायत में किए गए और भी गंभीर खुलासे
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उत्कर्ष के साथ उसकी लंबे समय से दोस्ती थी, जो समय के साथ प्यार में बदल गई। युवक ने उसे शादी का भरोसा भी दिलाया था, लेकिन जब उसने रिश्ते को समाजिक मान्यता देने की बात की, तो वह आक्रामक हो गया। महिला के अनुसार, यह पहली बार नहीं था जब उत्कर्ष ने हिंसक बर्ताव किया हो।
पुलिस जांच में जुटी
पीड़िता की शिकायत पर पनागर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि घटनास्थल की पुष्टि कर ली गई है और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना न सिर्फ एक प्रेम प्रसंग के दुखद मोड़ की कहानी है, बल्कि कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को लेकर भी कई सवाल खड़े करती है। अब देखना होगा कि पुलिस की जांच में क्या सामने आता है और क्या पीड़िता को न्याय मिल पाता है।