दमोह। सोमवार सुबह दमोह जिले के वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व के बीट बघनी आरएफ 308, परिक्षेत्र सिंगौरगढ़ में नियमित गश्त के दौरान एक सुरक्षा श्रमिक पर भालू ने हमला कर घायल कर दिया। घटना सुबह करीब 8 बजे की बताई जा रही है।
ऐसे हुआ हमला
मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षा श्रमिक भूरा सींग गौंड (50) अपने साथी वन रक्षक पुरुषोत्तम सिंह के साथ बाघ गणना के लिए जंगल में गश्त कर रहा था। तभी झाड़ियों के अंदर छिपे भालू ने अचानक छलांग लगाकर भूरा पर हमला कर दिया और उसका हाथ मुंह में दबोच लिया। हमले में भूरा के बाएं हाथ की एक उंगली का ऊपरी हिस्सा लगभग अलग हो गया।
हमले के बाद भी घायल कर्मचारी भालू से जूझता रहा और जोर से चिल्लाया। आवाज सुनकर गश्त पर मौजूद अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे और शोर मचाकर भालू को वहां से दूर भगाने में सफल रहे।
घायल को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया
घटना की सूचना वन रक्षक पुरुषोत्तम सिंह ने तुरंत वनपाल हरलाल रैकवार को दी। जानकारी मिलते ही वनपाल घटनास्थल पहुंचे और रेंजर व डीएफओ को अपडेट करने के बाद घायल कर्मचारी को इलाज के लिए जबेरा स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। डॉ. सोहिफ अहमद खान की टीम ने घायल का उपचार शुरू कर दिया है। डॉक्टरों के अनुसार उसकी स्थिति अब खतरे से बाहर है। घायल भूरा सींग गौंड ने बताया, सुबह गश्त के दौरान भालू अचानक झाड़ियों से निकला और उसने मेरे हाथ की उंगली चबा ली।
सिंगौरगढ़ क्षेत्र में भालुओं की बढ़ती मौजूदगी चिंता का विषय स्थानीय अधिकारियों के अनुसार सिंगौरगढ़ क्षेत्र में भालुओं की संख्या काफी अधिक है और पहले भी इनके द्वारा लोगों पर हमला करने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
दमोह डीएफओ ईश्वर जरांडे ने कहा कि
कर्मचारी पर भालू के हमले की जानकारी मिली है। सिंगौरगढ़ क्षेत्र अब दुर्गावती टाइगर रिजर्व में आ चुका है, इसलिए वहां के डीएफओ को भी पूरी रिपोर्ट भेज दी गई है।
जंगल विभाग ने कर्मचारियों और ग्रामीणों से गश्त व आवाजाही के दौरान पूरी सावधानी बरतने की अपील की है। जंगल में वन्यजीवों की गतिविधि बढ़ने के कारण विभाग जल्द ही सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की योजना बना रहा है।








