सागर। सोमवार शाम सागर कलेक्टरेट के गेट नंबर 2 के बाहर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक दंपती अपने छोटे बच्चे के साथ आत्मदाह करने पहुंच गया। दंपती ने गेट के सामने अपने शरीर पर पेट्रोल डाल लिया और हाथ में लाइटर निकालते ही वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। हालांकि, मौके पर मौजूद नागरिकों और सुरक्षा कर्मियों ने सूझबूझ दिखाते हुए उन्हें तुरंत रोक लिया, जिससे एक बड़ी घटना टल गई।
घटना के वक्त मचा हड़कंप
जानकारी के अनुसार, नई गल्ला मंडी क्षेत्र निवासी बलराम अहिरवार सोमवार शाम अपनी पत्नी कृष्णा अहिरवार और छोटे बच्चे के साथ न्याय की गुहार लगाने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। दंपती का कहना था कि उन्हें प्रशासन और पुलिस से लगातार परेशान किया जा रहा है। आक्रोश में उन्होंने कलेक्टर कार्यालय के गेट पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की।
जैसे ही बलराम ने जेब से लाइटर निकाला, आसपास के लोग तुरंत मौके पर दौड़े और किसी तरह उसे रोक लिया। इस बीच पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी वहां पहुंच गए और स्थिति को संभाला।
एसआई पर अभद्रता का आरोप
बलराम अहिरवार ने आरोप लगाया कि मोतीनगर थाने में पदस्थ एसआई राकेश भट्ट ने उसकी पत्नी के साथ अभद्र व्यवहार किया है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया जा रहा है। बलराम ने बताया कि वह दिल्ली में मजदूरी करता है और जब भी सागर आता है, तब पुलिस उन्हें और उनके परिवार को परेशान करती है।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्होंने 181 हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। निराश और मानसिक रूप से परेशान होकर उन्होंने आत्मदाह जैसा कदम उठाने का निर्णय लिया।
प्रशासन ने दी समझाइश, जांच का भरोसा
घटना की जानकारी मिलते ही तहसीलदार राहुल गौंड मौके पर पहुंचे और दंपती को समझाइश देकर शांत कराया। उन्होंने बलराम और उनकी पत्नी को भरोसा दिलाया कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और दोषियों पर उचित कार्रवाई होगी। इसके बाद दंपती ने आत्मदाह का विचार छोड़ दिया।
पुलिस ने दोनों को अपने साथ थाने ले जाकर बयान दर्ज किए हैं। फिलहाल प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
लोगों की तत्परता से टली बड़ी घटना
मौके पर मौजूद लोगों की तत्परता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से यह मामला गंभीर रूप नहीं ले पाया। घटना के बाद क्षेत्र में कुछ देर तक माहौल तनावपूर्ण रहा, लेकिन स्थिति सामान्य कर ली गई।








