बीना : आगासौद थाना क्षेत्र के ग्राम हासलखेड़ी में शनिवार रात पुरानी रंजिश ने एक बार फिर हिंसक रूप ले लिया। शाम करीब सात बजे दो पक्ष आमने-सामने आ गए और देखते ही देखते गांव का माहौल तनावपूर्ण बन गया। लाठियों और धारदार हथियारों से हुई झड़प में आठ लोग घायल हो गए, जिनमें दो एक पक्ष से और छह दूसरे पक्ष से हैं।
पुरानी दुश्मनी ने ली हिंसक रूप
पुलिस के अनुसार दोनों परिवारों के बीच पिछले कुछ समय से रंजिश चली आ रही थी। शनिवार की शाम किसी मामूली बात पर कहासुनी हुई, जो जल्द ही सामूहिक मारपीट में बदल गई। दोनों ओर से लोग इकट्ठा हो गए और एक-दूसरे पर लाठियों व हथियारों से हमला कर दिया।
सूचना मिलते ही आगासौद थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। घायलों को तुरंत सिविल अस्पताल बीना में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
आठ लोग पहुंचे अस्पताल
घटना में घायल लोगों की पहचान इस प्रकार हुई है —
एक पक्ष से मेहरबान सिंह दांगी (76 वर्ष) और भवानी सिंह दांगी (27 वर्ष) घायल हुए हैं।
दूसरे पक्ष से राज सोलंकी (32 वर्ष), अंकित दांगी (22 वर्ष), गोविंद दांगी (50 वर्ष), कृष्ण गोपाल दांगी (36 वर्ष), अजब दांगी (28 वर्ष) और रिंकू दांगी (35 वर्ष) घायल हुए हैं।
सभी घायल हासलखेड़ी गांव के ही निवासी बताए जा रहे हैं।
घायल अंकित दांगी ने बताया कि दूसरे पक्ष से करीब 20 से 22 लोग अचानक हमला करने पहुंचे और बिना किसी चेतावनी के मारपीट शुरू कर दी। इस हमले में कई लोगों को गंभीर चोटें आईं।
बीना क्षेत्र में बढ़ती सामूहिक हिंसा की घटनाएं
हासलखेड़ी में हुई यह घटना बीना क्षेत्र में एक सप्ताह के भीतर तीसरी सामूहिक मारपीट है।
इससे पहले, मुड़िया नायक गांव में हुए झगड़े में 24 से अधिक लोग घायल हुए थे, जबकि भानगढ़ थाना क्षेत्र के मुड़िया देहरा गांव में भी 12 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं।
लगातार हो रही ऐसी घटनाओं ने ग्रामीणों में अशांति और भय का माहौल बना दिया है।
कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
एक सप्ताह के अंदर तीन बड़े सामूहिक झगड़ों के बाद क्षेत्र की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की मौजूदगी और सख्ती की कमी के कारण ऐसे विवाद बार-बार भड़क रहे हैं।
आगासौद पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हासलखेड़ी में हुआ यह ताजा संघर्ष सिर्फ दो पक्षों की रंजिश नहीं, बल्कि गांवों में बढ़ती आपसी दुश्मनी और कमजोर पुलिस निगरानी का संकेत है। बीना क्षेत्र में लगातार बढ़ती ऐसी घटनाओं से ग्रामीणों में चिंता है कि कहीं यह हिंसा और न फैल जाए। फिलहाल पुलिस गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए निगरानी बढ़ा रही है।








