मालथौन (सागर)। सागर जिले के बरोदिया कला गांव में नेशनल हाईवे-44 पर घंटों तक लगे चक्काजाम के मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए छह लोगों को नामजद आरोपी बनाया है, जबकि 40 से 50 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया गया है। यह जाम उस समय लगाया गया था जब एक नाबालिग लड़की की आत्महत्या के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया था।
नाबालिग की आत्महत्या से भड़का गुस्सा
घटना की पृष्ठभूमि 22 अक्टूबर की है, जब बरोदिया कला गांव की एक 17 वर्षीय किशोरी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। परिजनों ने आरोप लगाया कि गांव के ही रविंद्र घोषी द्वारा परेशान किए जाने के कारण लड़की ने यह कदम उठाया। इसी आरोप के विरोध में ग्रामीणों और परिजनों ने गुरुवार सुबह नेशनल हाईवे-44 पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया।
चार घंटे ठप रहा राष्ट्रीय राजमार्ग
जानकारी के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने पत्थर, लकड़ियां और अन्य सामान सड़क पर डालकर दोनों ओर से आवागमन पूरी तरह रोक दिया। हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। इस दौरान छोटे-बड़े वाहन ही नहीं, बल्कि कई एम्बुलेंस भी फंस गईं, जिन्हें बड़ी मशक्कत और रणनीति से बाहर निकाला गया।
मौके पर सूचना मिलते ही मालथौन थाना प्रभारी अशोक यादव अपनी टीम के साथ पहुंचे और स्थिति को संभालने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों को कई बार समझाने की कोशिश की गई, लेकिन वे हटने को तैयार नहीं हुए।
प्रशासन की समझाइश के बाद खुला रास्ता
जाम के दौरान एसडीएम खुरई, एसडीओपी बंडा और तहसीलदार बांदरी सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। लगभग चार घंटे बाद लोगों ने सड़क से शव और अवरोध हटाए, जिसके बाद यातायात बहाल हो सका।
वीडियोग्राफी से जुटाए गए सबूत
पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी करवाकर सबूत एकत्र किए हैं। अधिकारियों का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अवहेलना करते हुए बिना अनुमति के राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम किया।
इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
मालथौन पुलिस ने प्रदीप पटेल, रवि पटेल, जनक कुशवाहा, अरविंद उर्फ अरबू पटेल, मोहन पटेल, नारायण कुशवाहा (सभी निवासी बरोदिया कला) और 40-50 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 126(2), 189(2) और 190 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल प्रकरण की जांच जारी है और पुलिस आरोपियों की भूमिका की पड़ताल कर रही है।
स्थानीय माहौल तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रित
घटना के बाद से क्षेत्र में एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है, परंतु कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए निगरानी जारी है।








