छतरपुर : दिनदहाड़े महिला और बच्चों का अपहरण, विरोध करने पर पति को बेरहमी से पीटा
छतरपुर : जिले के लवकुशनगर थाना क्षेत्र में शनिवार दोपहर दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। सुमेरी गांव में एक युवक अपने साथियों के साथ एक घर में घुसा और हथियारों के बल पर एक महिला और उसके दो मासूम बच्चों को जबरन उठा ले गया। इस वारदात को अंजाम देते समय आरोपियों ने गांव में खुलेआम फायरिंग भी की। जब महिला के पति ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उसे लाठियों से बुरी तरह पीट दिया गया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार संजय सिंह राजपूत नामक युवक करीब दर्जन भर साथियों के साथ कार और बाइकों में सवार होकर गांव आया था। सभी हथियारों और लाठी-डंडों से लैस थे। गांव में दाखिल होते ही आरोपियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी जिससे पूरे गांव में दहशत फैल गई। संजय और उसके साथियों ने 26 वर्षीय मिथलेश उसके चार साल के बेटे सार्थक और पांच साल की बेटी भूमि को जबरन अपनी कार में बिठा लिया और फरार हो गए।
घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नौ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है, जिनमें से आठ की पहचान अभी नहीं हो सकी है। पुलिस ने पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है। घटनास्थल से एक बोलेरो गाड़ी और कुछ मोटरसाइकिलें बरामद की गई हैं। आरोपियों की तलाश में पुलिस ने 25 से अधिक ठिकानों पर दबिश दी है। जिले के पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने बताया कि फरार आरोपियों पर दस हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया गया है।
घटना का वीडियो आया सामने
इस अपहरण का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें साफ देखा जा सकता है कि संजय सिंह महिला को खींचते हुए कार की ओर ले जा रहा है। जबकि उसके अन्य साथी हथियारों और डंडों के साथ उसके पीछे चल रहे हैं। आरोपियों ने महिला और उसके बच्चों को जबरन कार में बैठाया और भाग निकले।
पति को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया
महिला के पति हरिराम प्रजापति पर आरोपियों ने लाठी-डंडों से जमकर हमला किया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पहले सिर में गोली लगने की बात सामने आई थी लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि गोली नहीं लगी बल्कि सिर पर कट्टे के बट से मारा गया है। हरिराम को प्राथमिक इलाज के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
घायल हरिराम ने बताया कि संजय लंबे समय से उसकी पत्नी पर गलत नजर रखता था। शुक्रवार को भी वह उनके घर के बाहर बैठा मिला था। हरिराम ने जब उसे वहां से जाने के लिए कहा, तो अगले ही दिन संजय अपने साथियों के साथ पहुंचकर उसकी पत्नी और बच्चों को जबरन उठा ले गया।
पहले भी हो चुका था विवाद
मिथलेश के ससुर जगतलाल पाल ने बताया कि शुक्रवार को भी संजय उनके घर के पास संदिग्ध हालात में बैठा था। जिसे हटाने को लेकर विवाद हुआ था। शनिवार को दोपहर करीब 12:30 बजे संजय कार और करीब 10 बाइकों पर सवार साथियों के साथ गांव में घुसा और परिवार पर हमला कर दिया। संजय ने पहले जगतलाल की पत्नी चंपा को मारा और फिर हरिराम के सिर पर कट्टे का बट मारा। परिजनों का आरोप है कि संजय नशे और अवैध हथियारों का धंधा करता है, जिसकी शिकायत पहले भी पुलिस से की गई थी लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
परिवार ने बताया कि संजय सूपा गांव का रहने वाला है और फिलहाल अपने मामा केहर सिंह के घर जो पीड़ित परिवार से महज पांच घर छोड़कर है। में रह रहा था। पहले संजय इस परिवार को भैया-भाभी कहकर संबोधित करता था। लेकिन बाद में उसकी नीयत बदल गई थी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस ने इस मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस टीम में सुरेंद्र चौधरी, नारायण प्रजापति, प्रदीप खटीक और किरण अहिरवार को शामिल किया गया है।
लवकुशनगर के एसडीओपी नवीन दुबे का कहना है कि यह मामला आपसी प्रेम प्रसंग का लग रहा है। महिला का पति उसे आरोपी से मिलने से रोक रहा था। आरोपी महिला और बच्चों को कार में ले गया और कुछ दूरी पर कार छोड़कर बाइक से फरार हो गया। फिलहाल पुलिस की पांच टीमें महिला और बच्चों की तलाश में लगातार प्रयास कर रही हैं।