सागर : देवरी क्षेत्र में लगातार हो रही अतिवृष्टि से किसानों की हालत बदतर हो चुकी है। इसी को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी ने पुलिस चौकी प्रांगण से जोरदार रैली निकाली। पूर्व मंत्री हर्ष यादव के नेतृत्व में किसानों और कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ सड़कों पर उतरी। इस दौरान मुख्य सड़क पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई और नुक्कड़ सभा कर भाजपा सरकार को घेरा गया।
सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं को नज़रअंदाज़ कर रही है। सोयाबीन, मक्का और उड़द जैसी खरीफ फसलें बर्बाद हो चुकी हैं लेकिन किसानों को अब तक सही मुआवजा नहीं मिला। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में भी अनियमितताओं का आरोप लगाया गया।
कांग्रेस ने राज्यपाल के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते हुए 12 सूत्रीय मांगें रखीं, जिनमें प्रमुख हैं
फसलों का सर्वे कर तुरंत उचित मुआवजा दिया जाए।
बाढ़ से बह गए खेत, कुएं, बंधान और गरीबों के टूटे कच्चे मकानों के लिए राहत राशि दी जाए।
क्षतिग्रस्त प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सड़क की तत्काल मरम्मत की जाए ताकि बच्चों को स्कूल आने-जाने में परेशानी न हो।
संवेदी पुल-पुलियों पर चेतावनी सूचक बोर्ड लगाए जाएं।
स्मार्ट मीटर लगाकर की जा रही जबरन वसूली पर रोक लगे।
नशे और तस्करी पर भी वार
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि देवरी और केसली क्षेत्र ड्रग्स तस्करी का केंद्र बन चुके हैं। यहां स्मैक, अवैध शराब और नशे के अन्य कारोबार तेजी से फैल रहे हैं। इसकी चपेट में आकर युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है, लेकिन सरकार और प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं।
विस्थापित गांवों की बदहाली
रानी दुर्गावती टाइगर रिज़र्व से विस्थापित गांवों की हालत भी बेहद खराब है। कांग्रेस का आरोप है कि विस्थापित परिवारों को अब तक बिजली, पानी, सड़क और राशन जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं मिलीं। मजबूरन कई परिवार अपने गांव छोड़ने पर आमादा हैं।
टोल वसूली पर सवाल
नेशनल हाईवे-44 पर बने बड़े-बड़े गड्ढों की मरम्मत न होने पर भी कांग्रेस ने सवाल उठाए। कार्यकर्ताओं का कहना है कि सड़क जर्जर है, फिर भी लोगों से लगातार टोल वसूला जा रहा है।
इस आंदोलन में गांव-गांव से आए किसानों के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए और सरकार को चेतावनी दी कि अगर मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं तो संघर्ष और तेज किया जाएगा।