सागर : पांच दिनों तक किसी को नहीं लगी भनक, ग्रामीण अनजाने में पीते रहे गंदा पानी
सागर : मालथौन के ग्राम पंचायत नाऊढाना के ननोनी गांव में भारी लापरवाही का मामला सामने आया है, जिसने गांव की स्वच्छ पेयजल व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गांव के एक सार्वजनिक कुएं में गाय का शव पांच दिनों तक पड़ा रहा, और इस दौरान ग्रामीण उसी कुएं का पानी पीने, खाना बनाने और धार्मिक कार्यों के लिए उपयोग करते रहे।
गाय का शव मिलने के बाद पूरे गांव में दहशत और नाराजगी का माहौल है।
चार साल से शिकायतों के बावजूद नहीं हुआ सुधार, जर्जर कुआं बना खतरा
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कुआं मंदिर के पास स्थित है और गांव का मुख्य जलस्रोत है। ग्रामीणों ने कई बार सरपंच और पंचायत सचिव को इसकी जर्जर स्थिति के बारे में शिकायत की थी, लेकिन चार साल से कोई ध्यान नहीं दिया गया।
ग्रामीणों के अनुसार, इसी अनदेखी के चलते यह हादसा हुआ। गाय कुएं में गिर गई और कई दिनों तक पानी में पड़ी रही, लेकिन पंचायत की ओर से ना तो निरीक्षण किया गया और ना ही कुएं की सफाई।
हम नहीं जानते थे कि पानी दूषित है। ग्रामीणों में संक्रमण का डर
गांव के लोगों ने बताया कि जब तक कुएं से बदबू नहीं आने लगी, तब तक किसी को अंदाजा नहीं था कि अंदर गाय का शव सड़ रहा है।
अब ग्रामीणों में आशंका है कि इस दूषित पानी के उपयोग से गांव में पीलिया, उल्टी-दस्त, त्वचा संक्रमण और अन्य संक्रामक बीमारियां फैल सकती हैं।
लोगों का कहना है कि बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर इसका सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है।
सरपंच और सचिव पर गंभीर आरोप
ग्रामीणों ने सरपंच क्रांति चंद्रभान लोधी और सचिव लालजू धानक पर सीधी लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्षों से कुएं की खराब हालत पर शिकायतें की जाती रहीं, लेकिन पंचायत ने किसी प्रकार का सुधार कार्य नहीं कराया।
लोगों का कहना है कि यदि समय रहते कुएं की मरम्मत और सफाई कर दी जाती, तो यह स्थिति ही पैदा नहीं होती।
घटना के बाद ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग से पूरे गांव के लोगों का मेडिकल चेकअप कराने की मांग की है। साथ ही कुएं के पानी की जांच, शुद्धिकरण और कुएं की सफाई व मजबूती का कार्य तुरंत शुरू कराने की अपील भी की है।
ग्रामीणों का कहना है कि हालात गंभीर हैं और किसी भी संभावित बीमारी को रोकने के लिए तुरंत कदम उठाना बेहद जरूरी है।








