खंडवा जिले में जब जनसुनवाई कार्यक्रम चल रहा था, तब आम फरियादियों के बीच एक ऐसी शिकायत सामने आई जिसने अधिकारियों को चौंका दिया। दरअसल, जनसुनवाई में एक दिव्यांग भिखारी पहुंचा, जिसने कलेक्टर के सामने अपनी दो पत्नियों के आपसी झगड़े से परेशान होकर मदद की गुहार लगाई।
यह अनोखी फरियाद लेकर पहुंचे भिखारी का नाम है शफीक शेख, जो दृष्टिहीन है और ट्रेनों व बसों में भीख मांगकर अपना गुजारा करता है। शफीक ने अधिकारियों के सामने साफ कहा कि उसकी दो पत्नियां हैं पहली का नाम शबाना है और दूसरी का फरीदा। शबाना से उसका निकाह 2022 में हुआ था जबकि फरीदा से उसने 2024 में विवाह किया।
शफीक की शिकायत यह थी कि उसकी दोनों पत्नियों के बीच हर वक्त झगड़ा चलता रहता है, जिसके चलते वह अपने ‘पेशे’ यानी भिक्षावृत्ति पर ठीक से ध्यान नहीं दे पा रहा। उसने बताया कि आम दिनों में वह 2 से 3 हजार रुपए तक कमा लेता है, लेकिन बीवियों की लड़ाई से उसकी कमाई पर असर पड़ा है।
शिकायत सुनते ही कुछ पल के लिए कलेक्टर ऋषव कुमार गुप्ता भी हैरान रह गए। जनसुनवाई में मौजूद दूसरे अधिकारी भी एक-दूसरे का चेहरा देखने लगे। हालांकि, स्थिति को समझते हुए कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लिया और इसे महिला एवं बाल विकास विभाग के पास जांच के लिए भेज दिया।
शफीक ने आगे कहा कि वह दोनों पत्नियों को छोड़ना नहीं चाहता, बल्कि चाहता है कि दोनों एक ही छत के नीचे आपसी समझदारी से रहें। उसने उम्मीद जताई कि शायद प्रशासन की समझाइश के बाद उसकी गृहस्थी में शांति आ सके।
अब महिला एवं बाल विकास विभाग दोनों महिलाओं को बुलाकर आपसी विवाद का हल निकालने की कोशिश करेगा। इस पूरी घटना ने जनसुनवाई में मौजूद लोगों को चौंकाने के साथ-साथ मुस्कुरा भी दिया, लेकिन शफीक की समस्या असल में एक अलग तरह की सामाजिक हकीकत को सामने लाती है।